नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
कोख में कन्या को बचाने की मुहिम का यदि समाज हिस्सा बनता है तो बेटा-बेटी के अंतर को सही मायने में समाप्त किया जा सकता है। मौहल्ला कुम्हारान में कन्या के जन्म को पर्व के रूप में मनाने वाले दादा सुभाष चंद के परिवार को सम्मानित करते हुए उक्त विचार जिला बाल कल्याण समिति की पूर्व चेयरपर्सन मंजू कौशिक ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ-साथ आमजन नारी शक्ति की आवाज बनेगा तभी नारी सशक्त हो पाएगी। नगर के मौहल्ला कुम्हारान में प्रियंका पत्नी सुरज ने जैसे ही एक कन्या को जन्म दिया। कन्या के दादा सुभाषचंद, रामचन्द्र, अमीचंद, बलजीत सिंह, दादी कृष्णा देवी, माया देवी, ताऊ पवन, बिंटू, गौतम, गुलाब, सोनू, राहुल ताई सुनीता, सुमन, ममता, मनीशा, निशा सहित लड़की के सभी परिजनों ने नवताज कन्या के जन्म को पर्व के रूप में मनाने का ऐलान किया।
इतना ही नहीं कन्या के ननिहाल पक्ष से नाना ओमप्रकाश और नानी कौशल्या देवी की तरफ से लड़के के जन्म की तरह छुछक देकर संदेश दिया गया हम सब को मिलकर लड़की को बचाने का संकल्प लेना चाहिए। राज्य में कन्या जन्म पर कुआं पूजन की प्रथा का आंरभ करने वाली मंजू कौशिक ने आमजन को कन्या भ्रूण की हत्या रोकने की शपथ भी दिलवाई। इस अवसर पर नवजात कन्या के फूफा नीरज, चाचा हिमांशु, मनजीत, निशांत, बुआ रेखा, बीना, लीला, लक्ष्मी, निशा, ज्योति, संतोश देवी, पूनम, मामा प्रदीप, बालकिशन, मामी सोनिया, अंकिता, भाई केशव, मंयक, विनित,अंशुमन, वंश, साक्षी, रिया, प्रतीक, सोनिका, पिहू, विवान, हन्नी, छवि सहित सभी परिजनों ने नवजात कन्या के जन्म को पर्व के रूप में मनाया।