(Mahendragarh News) महेंद्रगढ़। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के राजनीति विज्ञान विभाग व विधि विभाग द्वारा ‘हम लोग एट 75: सामाजिक न्याय और वैश्विक शांति की दिशा में‘ विषय पर केंद्रित दो दिवसीय सेमिनार का शुक्रवार को समापन हो गया। भारतीय वैश्विक परिषद् (आईसीडब्ल्यूए) द्वारा प्रायोजित इस राष्ट्रीय सेमिनार के समापन सत्र में जवाहरलाल नेहरु (जेएनयू), नई दिल्ली के मानवाधिकार केंद्र के निदेशक प्रो. शांतेश कुमार सिंह मुख्य अतिथि तथा बीबीएओयू के प्रो. रिपुसुदन सिंह मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे जबकि हकेवि के कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने समापन सत्र की अध्यक्षता की। विश्वविद्यालय कुलपति ने संदेश के माध्यम से कहा कि अवश्य ही यह सेमिनार न्यायपूर्ण व शांतिपूर्ण समाज की दिशा में अकादमिक जगत की भूमिका को पुनः स्थापित करने में मददगार होगा।
हकेवि में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ समापन
प्रो. सुनील कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि ‘सामाजिक न्याय एवं वैश्विक शांति’ हमारे संविधान के मूल सिद्धांतों के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। हमारा संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के आधार पर एक समतामूलक समाज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के सिद्धांत हमें सह-अस्तित्व, सहिष्णुता और परस्पर सम्मान की शिक्षा देते हैं। भारत ने हमेशा विश्व बंधुत्व और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पक्ष में रहा हे। आज, जब वैश्विक स्तर पर संघर्ष और अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है, तब हमारा कर्तव्य है कि हम अपने संविधान से प्रेरणा लेकर शांति और न्याय की राह पर अग्रसर हों। प्रो. सुनील कुमार ने विश्वविद्यालय कुलपति का उनके मार्गदर्शन व सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
समापन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. शांतेश कुमार सिंह ने भारतीय संविधान को विश्व शांति और सह-अस्तित्व के लिए प्रेरक बताते हुए कहा कि भारत ने हमेशा से शांति व मानवीय मूल्यों को प्राथमिकता दी है। इसी क्रम में प्रो. रिपुसुदन सिह ने विकसित भारत और विश्व बंधुत्व की संकल्पना को सामाजिक न्याय और वैश्विक शांति से जोड़ते अपना व्याख्यान दिया। सेमिनार के सह-संयोजक डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने सेमिनार की रिपोर्ट प्रतिभागियों से साझा करते हुए बताया कि देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और विषय के विविध आयामों पर चर्चा की। समापन सत्र के अंत में सेमिनार के संयोजक प्रो. राजीव कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रो. चंचल कुमार शर्मा, प्रो. रमेश कुमार, डॉ. श्रीराम पांडे, डॉ. अभिरंजन, डॉ. कुलभूषण, डॉ. रवि प्रताप पांडे, डॉ. स्वाति,, डॉ. सोहन, डॉ. सोमैला आदि के योगदान की सराहना की।
इससे पूर्व सेमिनार के दूसरे की ऑनलाइन तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। सत्र की अध्यक्षता वाणिज्य विभाग के प्रो. राजेंद्र प्रसाद मीणा ने की जबकि झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रो. अपर्णा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं। इस सत्र में 25 शोधार्थियों ने प्रतिभागिता की। साथ ही ऑफलाइन सत्र की अध्यक्षता रांची विश्वविद्यालय की प्रो. श्रेया पांडे ने की। इस सत्र में डॉ. स्वाति, डॉ. सोहन, डॉ., सोमेला व डॉ. मनीषा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं। इस सत्र में 24 शोधार्थियों ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
यह भी पढ़ें: Best Laptop sale : ब्रांडेड लैपटॉप कम कीमत में, अभी खरीदें
यह भी पढ़ें: Sarkari Naukri : इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में निकली भर्ती , 246 पद रिक्त