- प्रतिनिधि मंडल सरकार और अफसरशाही की कार्यशैली से नाराज होकर आया बैठक से बाहर
- हेमसा ने सरकार एवं उच्च अधिकारियों के इस रवैये पर जताई चिंता
- लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की लंबित मांगों को समय रहते पूरा करवाए सैनी सरकार- हेमसा
Mahendergarh News | नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़| सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा से संबंधित हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल और निदेशक सेकेंडरी स्कूल के बीच कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर शिक्षा सदन पंचकूला में वीरवार दोपहर बाद एक बार फिर बैठक हुई।
बैठक की अध्यक्षता राज्य उप प्रधान बलबीर कुम्हारिया ने की तथा मांग पत्र पर चर्चा राज्य उप महासचिव विजय लांबा ने की। लगभग डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में किसी भी मांग पर कोई सकारात्मक जवाब अधिकारियों के पास नही था। पे मेट्रिक्स लेवल छह के अनुसार लिपिकों को 01/01/2016 से मूल वेतन 35400 देने व एनीव्हेयर वाले कर्मचारियों को समायोजन करने के लिए ट्रांसफर ड्राइव चलाने, कैप्ट पोस्ट खोलने, प्रदेश के सभी बीईईओ कार्यालयों में दो, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में एक सहायक की पोस्ट तथा 125 विद्यार्थियों को आधार मानकर संख्या के हिसाब से लिपिकों के नए पद सृजित करने की मांग पर भी वही रटा-रटाया जवाब दिया गया की यह मांग मुख्यमंत्री एवं एसीएस के लेवल की है। जो स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री के पास भेज रखी है।
इस प्रकार से प्रतिनिधि मंडल एवं अधिकारियों के बीच हुई बैठक में किसी भी लंबित मांग का कोई हल नहीं निकला और प्रतिनिधि मंडल सरकार और अफसरशाही की कार्यशैली से नाराज होकर बैठक से बाहर आ गया। हेमसा राज्य प्रधान संदीप सांगवान और प्रदेश प्रेस प्रवक्ता सुजान मालड़ा ने सरकार एवं उच्च अधिकारियों के इस रवैये पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि 18 नवंबर 2012 से लेकर आज तक लिपिक वर्गीय कर्मचारी अपने वेतनमान बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर संघर्षरत है।
इस दौरान कर्मचारियों ने हुड्डा सरकार के समय 477 दिन कुरुक्षेत्र में, खट्टर सरकार के समय 316 दिन महेंद्रगढ़ में, गठबंधन सरकार के समय 42 दिनों की कलम छोड़ हड़ताल की लेकिन हर सरकार ने लिपिक वर्गीय कर्मचारियों के साथ वायदा खिलाफी करते हुए कर्मचारियों को छलने का काम किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का डाटा आन लाइन होने के बाद भी पदोन्नति और एसीपी का लाभ समय पर नहीं मिलता है।
तीस वर्ष का कार्यकाल पूरा होने और सहायक के अनेक पद खाली होने के बाद भी एक लिपिक बिना पदोन्नति के उसी पद से सेवानिवृत्त हो जाता है। जो शिक्षा सदन पंचकूला के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। अब विधानसभा चुनाव सिर पर है इसलिए कर्मचारी सैनी सरकार से आग्रह करता है कि लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की लंबित मांगों को समय रहते पूरा करवाए।
अन्यथा हेमसा संगठन आगामी बैठक में सरकार के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगा। जिसका खामियाजा सरकार को आने वाले विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा। बैठक में बलबीर कुम्हारिया, विजय लांबा, राजेन्द्र सिंह, अनिल सिंगला, स्वर्ण सिंह, दयाराम, विनोद कुमार, कृष्ण रेडू व युद्धवीर आदि मौजूद थे।
यह भी पढ़ें : Mahendergarh News : बीएससी मैथ्स ऑनर्स के दूसरे सेमेस्टर में यदुवंशी के 6 विद्यार्थियों ने टॉप 10 स्थान पर किया कब्जा
यह भी पढ़ें : Mahendergarh News : एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पूर्व मंत्री ने किया पौधरोपण
यह भी पढ़ें : Mahendergarh News : हकेंवि में स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में दाखिले के चौथी काउंसलिंग 15 जुलाई को