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महेंद्रगढ़। बगैर उद्यमिता के विकास के कोई भी देश अपना नियोजित तथा तीव्र आर्थिक विकास नहीं कर सकता है। उद्यमिता के विकास द्वारा ही कई आर्थिक, सामाजिक समस्याओं, जैसे-गरीबी, बेरोजगारी, धन की विषमता, कम उत्पादकता, निम्न जीवन-स्तर आदि से छूटकारा पाया जा सकता है। आरपीएस विद्यालय खातोद में शनिवार को आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत आयोजित उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन के दौरान मुख्यातिथि केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहें। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरपीएस ग्रुप के फाउंडर डायरेक्टर डॉ. ओपी यादव ने की।

 

 

Mahendargarh News/Entrepreneurship Promotion Conference under Atma Nirbhar Bharat Abhiyan in RPS Vidyalaya

उद्यमिता ही आर्थिक समृद्धि का प्रमुख आधार

इस दौरान कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि वास्तव में उद्यमिता ही आर्थिक समृद्धि का प्रमुख आधार है। उद्यमिता के महत्व अथवा उसकी भूमिका को हमें समझना होगा। उन्होंने कहा कि उद्यमिता से लोगों में साहसिक प्रवृत्तियों का जन्म होता है तथा लोगों में सृजनशीलता के प्रति विश्वास बढ़ता है। इससे व्यक्ति व्यावसायिक सुअवसरों की खोज कर उद्योग स्थापित करने में रुचि लेता है तो देश में औद्योगिक क्रियाओं को प्रोत्साहन मिलेगा एवं आर्थिक विकास की गति भी तेज होगी। इस दौरान अध्यक्षता कर रहे ग्रुप के डायरेक्टर डॉ. ओपी यादव ने भी उपस्थित विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत चल रहे उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलनों के महत्व से अवगत करवाते हुए उन्हें स्वयं रोजगार के लिए प्रेरित किया।

 

 

Mahendargarh News/Entrepreneurship Promotion Conference under Atma Nirbhar Bharat Abhiyan in RPS Vidyalaya

उद्यमिता व नौकरी के अंतर को स्पष्ट किया

कार्यक्रम में ग्रुप के सीईओ इंजी. मनीष राव ने एक उदाहरण देते हुए बच्चों के समक्ष उद्यमिता व नौकरी के अंतर को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि नौकरी से ज्यादा उद्यमिता में रुचि रखने वाले लोग तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि उद्यमिता के विकास से देश में नए-नए उद्योग खुलते है, जिससे अधिक लोगों को रोजगार मिलने लगता है। उद्यमिता के विकास द्वारा सरकारी नीतियों के क्रियान्वयन तथा राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति में भी मदद मिलती है। उद्यमिता से रचनात्मक प्रवृत्तियों का जन्म होता है। इससे सम्पूर्ण जीवन में सक्रियता का संचार होता है एवं एक सुखी तथा सम्पन्न समाज की स्थापना की जा सकती है। इस मौके पर उप प्राचार्य दिनेश कुमार, पीजीटी हैड देवेन्द्र पुनिया, जिले सिंह, केन्द्रीय विवि से पवन कुमार, सुनील कुमार सहित विद्यालय का स्टाफ उपस्थित रहा।

 

 

 

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