
(Mahendargarh News) नारनौल। जेलों में बंद किशोरों की पहचान करने तथा उनके पुनर्वास के लिए जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण लगातार कार्य कर रही है। इसी कड़ी में आज जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शैलजा गुप्ता ने आज एडीआर सेंटर में पैनल एडवोकेट, चिकित्सकों, पैरा लीगल वालंटियर तथा पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। इस संबंध में उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
श्रीमती गुप्ता ने बताया कि अखिल भारतीय अभियान-2024 के तहत यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। नालसा के मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार कैदियों को कानूनी सहायता देना व सेवाओं तक पहुंच और जेल कानूनी सहायता क्लीनिकों के कामकाज पर समीक्षा की जा रही है। इस मौके पर पुलिस अधिकारी, पैनल एडवोकेट, पैरा लीगल वालंटियर व चिकित्सकों के अलावा जेल स्टाफ मौजूद था।
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