• नायब तहसीलदार बापौली को कराया उक्त समस्या से अवगत, जल्द कराया जाएगा समाधान

 

Aaj Samaj (आज समाज),पानीपत : ऊझा गांव में महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के तहत मिले करीब 450 प्लॉट धारकों को अभी तक उनका मालिकाना हक नहीं मिला है। प्लॉट धारकों ने पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि सरकार ने उनके नाम रजिस्ट्री तो कर दी,लेकिन अभी तक उन्हें मालिकाना हक नहीं मिला है। इसके लिए वो सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे है, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। ऊझा गांव निवासी जितेन्द्र, जयभगवान, पंकज, मोहित, सुरेश, लालचंद, धर्मपाल, बिशनसिहं, सत्यवान, कुल्दीप, सतपाल, श्रीराम, जगदीश आदि ने पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली को लिखित रूप से अपनी समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि उनके गांव ऊझा में सरकार की और से महात्मा गांधी ग्रामीण बसती के तहत करीब 450 गरीब परिवारों को सरकार की और से महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के तहत प्लॉट मुहैया कराए गए थें। जिनकी रजिस्ट्री तो हो चुकी है,लेकिन इंतकाल ना होने से उन्हें अभी तक मालिकाना हक नहीं मिला है। जिसके लिए वों अनेकों न्याय की गुहार लगा चुके है,लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

 

 

बापौली नायब तहसीलदार कैलाश चंद को ऊझा गांव के ग्रामीणों की समस्या के बारे में अवगत कराते पूर्व विधायक के भाई विक्रम मच्छरौली।

 

उन्होंने पूर्व विधायक से न्याय की गुहार लगाई और कहा कि उन्हें प्लॉट मिलने से उन्हे रहने के लिए छत का सहारा मिल जाएगा। ठंड के मौसम में उन्हें रहने में भी परेशानी का सामना करना पड रहा है। वहीं पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली ने उन्हे आश्वासन दिया किया वो किसी प्रकार की ङ्क्षचता ना करें उन्हे हर हाल में उनका मालिकाना हक दिलाया जाएगा और अपने भाई विक्रम मच्छरौली को तुरंत तहसीलदार बापौली से बात कर उक्त समस्या का समाधान कराने की बात कही। जिस पर विक्रम मच्छरौली ने बापौली नायब तहसीलदार कैलाश चंद से बात कर ऊझा गांव के महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के तहत मिल प्लाटों का इंतकाल ना होने की समस्या से अवगत कराया। जिस पर नायब तहसीलदार बापौली कैलाश चंद ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही उक्त समस्या का समाधान कर गरीबों को उनका हक दिला दिया जाएगा।

 

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