मनोज वर्मा, कैथल:
श्री श्री रविशंकर की ओर से संचालित संस्था आर्ट आॅफ लिविंग ने श्रावण मास के पावन उपलक्ष्य में महारुद्राभिषेक यज्ञ कराया। इसमें स्वामी नरेश शारदा की ओर से दीप प्रज्वलन किया गया। इस अवसर पर गणेश वंदना वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ निर्विघ्नं कुरु मा देव सर्वकार्येष सर्वदा के बाद गुरु पूजा के साथ किया गया।
भक्तों ने शिव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की
आचार्या डॉ. सीमा भटनागर ने बताया कि आचार्या अल्पना मित्तल और आचार्या डॉक्टर विकास भटनागर के निवास स्थान कैथल में स्वामी नरेश शारदा और वेद पंडित तपस पांडा संग पंडित महाजन जोशी के पावन सानिध्य में विधिपूर्वक सम्पन्न इस विशेष शिवपूजा महारुद्राभिषेक साधकों ने सर्वजन के लिए मंगलकामना के पवित्र उद्देश्य से शुद्ध मंत्रोचारण के बीच बेहद सात्विक वातावरण में शिव आराधना करते हुए भगवान शिव के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। स्वामी नरेश शारदा ने बताया कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पूजा तथा साधना करने से साधक जिस सकारात्मक ऊर्जा तथा प्राणशक्ति से ओतप्रोत होंगे वो उनके संकल्प सिद्धि में सहायक होने के साथ साथ सम्पूर्ण वातावरण पर भी शुद्ध एवं सात्विक प्रभाव डालेगी।
भक्तों ने दिव्य भजन संध्या का आनंद लिया
सभी साधकों की ओर से सेवा, साधना और सत्संग को अपने दुर्लभ मानव जीवन का अभिन्न अंग बनाते हुए आध्यात्मिक पथ पर आरुढ़ रहने का संकल्प व्यक्त करना इस कार्यक्रम की अद्वितीय विशेषता रही। महारुद्राभिषेक के पश्चात आयोजित दिव्य भजन संध्या में दीपक सेठ, डॉक्टर विकास भटनागर, डॉक्टर सुनीला सीकरी तथा निधि गुप्ता द्वारा शिव-आराधना सम्बन्धी गाये गए सुमधुर भजनों की अनूठी श्रृंखला ने शिवमय वातावरण की रचना करते हुए सभी साधकों को दिव्यानंद की अलौकिक अनुभूति करवाई। दीपक सेठ द्वारा कलात्मक संगीत से सुसज्जित शिव-भक्ति के भजन हर हर महादेव शम्भू, शिव शिव महादेव शम्भू की मनमोहक गूंज से संपूर्ण वातावरण अध्यात्मिकता की पवित्र खुशबू से महक उठा।
आयोजन ने मोहा शिवभक्तों का मन
निधि गुप्ता द्वारा मधुर स्वर में भावपूर्ण ढंग से गाए गए शिव आराधना मन्त्रों से सुसज्जित लिंगाष्टकम स्तोत्रं ने सभी शिव भक्तों का मन मोह लिया। डॉक्टर विकास भटनागर द्वारा मधुर वाणी में गाये गए र्ह्दय-स्पर्शी भजन भोले की जय जय, शिवजी की जय जय, पार्वती-पति शिवजी की जय जय ने सभी भक्तजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉक्टर सुनीला सीकरी द्वारा गाये गए भावपूर्ण भजन शिवराजा महेश्वराय जय शंकर शिव शम्भू ने सभी साधकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय, मूंदड़ी, जिला कैथल के उपकुलपति रमेश चंद्र भारद्वाज द्वारा अपनी गरिमामय उपस्थिति से इस कार्यक्रम को सार्थकता प्रदान करना आज के कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रहा। संस्कृत विश्वविद्यालय के उपकुलपति रमेश चंद्र भारद्वाज ने इस आयोजन की अद्भुत सफलता के लिए आर्ट आॅफ लिविंग को बधाई देने के साथ साथ हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई कि आर्ट आॅफ लिविंग द्वारा भविष्य में भी इसी तरह के सामाजिक सरोकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहेंगे।
ये लोग शामिल हुए यज्ञ में
इस दिव्य आयोजन की सफलता तय करने में दीपक सेठ एडवोकेट, अल्पना मित्तल, डॉक्टर विकास भटनागर, डॉक्टर सीमा भटनागर, कंचन सेठ, योगेश मित्तल, उषा भटनागर, शान्ति स्वरुप भटनागर, आरती गर्ग, प्रियंका खन्ना, साहिल मित्तल, रेनू मित्तल, वनिता मित्तल, भारत खुराना, कृष्ण मिगलानी, सूरजभान शांडिल्य, सुमन सेठ, तेजवीर सिंह, सुनील खुराना, निधि गुप्ता, रुचि शर्मा, गुलाब तथा कमल कान्त गाँधी आदि स्वयंसेवकों ने सराहनीय योगदान प्रदान किया।
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