संजीव कौशिक, रोहतक:
भारत की सेना के वीर सैनिकों के शौर्य, साहस तथा बलिदान की गौरवमयी दास्तान बीती शाम महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के राधाकृष्णन सभागार में मंचित नाटक ‘रेजांगला’ में देखने को मिली। रंग महोत्सव इवेंट के तहत ‘रंग रास’ थिएटर फेस्टिवल में प्रतिष्ठित नाट्यकर्मी रवि मोहन की ओर से निर्देशित इस नाटक ने देशभक्ति के रस में सराबोर कर दिया।
1962 के युद्ध में रेजांगला की लड़ाई (Maharishi Dayanand Vishwavidyalaya)
1962 में भारत-चीन युद्ध के दौरान रेजांगला की लड़ाई, जिसमें भारत के वीर सैनिकों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए चीनी हमलावरों के दांत खट्टे कर दिए थे, की नाट्य प्रस्तुति ने सभी को झकझोर दिया। मेजर शैतान सिंह का अदम्य साहस और शौर्य इस नाटक में प्रदर्शित हुआ। गौरतलब है कि 1962 के युद्ध में रेजांगला की लड़ाई में मेजर शैतान सिंह कंपनी कमांडर थे। देश की रक्षा में उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दिया था।
इन लोगों ने लिया भाग (The Play ‘Rejangla’ Staged in Radhakrishnan Auditorium)
बीती शाम मंचित नाटक में सुरेश निरवाण, शेखर सिंह, अभिमन्यु, आकाश बाल्याण, निशांत, सुनील भादू, अजित कुमार, फराज सिद्दकी, पवन भारद्वाज, अंकिता, राममेहर, कमल खटक तथा रवि मोहन ने नाट्य प्रस्तुति दी। रंग रास थिएटर फेस्टीवल में बीती शाम नाट्य विधा तथा अभिनय क्षेत्र में योगदान के लिए डा. नवीन ओहल्याण, परविंदर पाल, इंदु पाल, हरिकेश पंघाल, विकास रोहिल्ला, राजकुमार धनखड़, करण सैनी, मनोज कुमार, बृज मोहन भारद्वाज, डा. अंकुश शर्मा तथा दीपक पुष्पदीप को सम्मानित किया गया।
रंग रास थियेटर को दी खास संज्ञा ( Maharishi Dayanand Vishwavidyalaya)
प्रतिष्ठित पर्वतारोही अनिता कुंडू कार्यक्रम में बतौर विशेष आमन्त्रित उपस्थित रहीं। कार्यक्रम संचालन डा. जगबीर राठी ने किया। रंग रास थिएटर इवेंट के संयोजक, मानविकी एवं कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो. हरीश कुमार ने रंग रास नाट्य उत्सव बारे विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि इस नाट्य उत्सव के जरिए विश्वविद्यालय में नाटक कला को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. राजकुमार ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. राजकुमार ने कहा कि रंग रास थिएटर फेस्टिवल रंग महोत्सव का एक विशिष्ट अंग है।
नाटक देख दर्शकों में दिखा जुनून (Rejangla)
मदवि के अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. नवरतन शर्मा बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उनकी पत्नी डा. सुषमा शर्मा भी कार्यक्रम में उपस्थित रही। प्रो. नवरतन शर्मा ने नाट्य प्रस्तुति से अभिभूत होकर, राष्ट्रप्रेम से सराबोर हो, कहा कि इस ‘नाटक को देखकर भारतीय सेना की ओर से बंदूक उठाने का जुनून उनमें भी सवार हो गया। आभार प्रदर्शन प्रो. हरीश कुमार ने किया। बॉटनी विभाग की अध्यक्षा प्रो. विनीता हुड्डा, आकाशवाणी रोहतक के सेवानिवृत निदेशक धर्मपाल मलिक समेत रोहतक के नाट्य प्रेमी नागरिक, विश्वविद्यालय समुदाय के सदस्य उपस्थित रहे।
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