मुंबई। देश मेंकोरोना मरीजोंकी संख्या दिन ब दिन बढ़ रही है। सबसे ज्यादा हालात महाराष्ट्र में खराब हैं। प्रतिदिन हजारों की संख्या में यहां मरीज आ रहे हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए महाराष्ट्रकी उद्धव सरकार ने अधिकारियों को लॉकडाउन केसंबंध में योजना बनाने का भी निर्देश दिया है। जबकि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे नेजनता से अधिक से अधिक परीक्षण कराने की अपील की है। लोगों को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, आक्सीजन बेड और आईसीयू दोनोंही तेजी से भर रहे हैं। लोग ज्यादा खराब स्थिति में अस्पतालों में आ रहे हैं। इन लोगोंनेसमय पर परीक्षण नहीं करवाया जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो गई। इसलिए मैंआप सभी लोगों सेअपील कर रहा हूं कि समय पर परीक्षण करवाएं। महाराष्ट्र में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 31,643 नए मामले सामनेआए थे, जिसके बाद राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 27,45,518 हो गई। महाराष्ट्र मेंरविवार को नए कोरोना संक्रमितों की संख्या 40,414 नए मामलेसामनेआए थे। राज्य में सोमवार को कोविड-19 के 102 मरीजों की मौत होने के साथ ही अब तक इस घातक वायरस के चलते 54,283 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। मुंबई, नागपुर मेंकोरोना वायरस तेजी सेअपने पैर पसार रहा है। बता दें कि औरंगाबाद और नागपुर में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया जा चुका है। नागपुर में 31 मार्च तक लॉकडाउन चलेगा, जबकि औरंगाबाद में 30 मार्च से 8 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू रहेगा। लॉकडाउन के दौरान सिर्फ आवश्यक सेवाओं की इजाजत ही होगी। जबकि राज्य मेंनाइट कर्फ्यू भी चल रहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को ऐसी योजना तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे अर्थव्यवस्था कम से कम प्रभावित हो। सीएम के साथ हुई बैठक में राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने कहा कि आने वाले दिनों में बिस्तरों की संख्या, आॅक्सीजन आपूर्ति और वेंटिलेटर पर भारी दबाव होगा और अगर मामलों की संख्या बढ़ती है तो इनकी कमी का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि एनसीपी राज्य में लॉकडाउन लगाने के लिए सहमत नहीं है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मुख्यमंत्री से लॉकडाउन के अलावा अन्य विकल्पों को तलाशने के लिए कहा है।