मुंबई। महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच का गतिरोध समाप्त नहीं हुआ है। शिवसेना अपनी मांग पर अड़ी हुई है। उधर भाजपा ने अब तक इस समस्या पर कुछ नहीं कहा है। भाजपा कहती आ रही है कि मुख्यमंत्री पद भाजपा का होगा। भाजपा उपमुख्यमंत्री पद देने के लिए महाराष्टÑ में तैयार है। लेकिन शिवसेना की मांग मुख्यमंत्री पद है। आज गुरुवार को शिवसेना ने विधायकों की बैठक की। इस बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर से साफ कर दिया कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री पद की मांग पीछे नहीं हटेगी। गुरुवार को शिवसेना विधायकों की बैठक में उद्धव ठाकरे ने भाजपा को स्पष्ट संदेश दिया कि शिवसेना को मुख्यमंत्री पद से कम कुछ भी स्वीकार नहीं। साथ ही यह भी सवाल किया कि आखिर हमें इससे कम कुछ चाहिए ही था तो हमने 15 दिन का समय क्यों बर्बाद किया।
उद्धव ठाकरे ने मातोश्री से तीन किलोमीटर की दूरी पर बांद्रा होटल में विधायकों के साथ बैठक की और शिवसेना का स्टैंड स्पष्ट कर दिया। शिवसेना की यह बैठक उस अटकलों के बाद आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि भाजपा उसके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। यह बैठक उस समय हुई है जब भाजपा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने जा रही थी। भाजपा ने दोपहर में राज्यपाल से मुलाकात की और राज्य के हालातों से अवगत कराया। साथ ही यह भी कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने शिवसेना और भाजपा गठबंधन को जनादेश दिया है। राज्यपाल से मिली भाजपा दो दिनों तक होटल में ठहरेंगे शिवसेना के सभी विधायक सूत्रों की मानें तो आज की बैठक में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री के पद के लिए अड़े हुए दिखे। औरंगाबाद पश्चिमी से शिवसेना विधायक संजय शिरसत ने कहा कि उद्धव जी ने हमें कहा है कि हम मुख्यमंत्री की पद से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने आगे यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के साथ मुख्यमंत्री पद को लेकर जो समझौता हुआ था, उससे किसी तरह पीछे नहीं हटेगें। अगर सीएम पद से कम हमें मंजूर ही होता तो हम 15 दिन का समय क्यों बर्बाद करते।