नई दिल्ली। महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद स्थिति साफ हो गई है। महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना गठबंधन सरकार बना सकता है। भाजपा को यहां 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। हालांकि दोनों के बीच गठबंधन पहले से ही है। दोनों ने मिलकर महाराष्ट्र में पहले भी पांच साल सरकार बनाई है। लेकिन इस बार शिवसेना ने ठाकरे परिवार के चिराग आदित्य ठाकरे को मैदान में उतार दिया। आदित्य ठाकरे ने वर्ली से चुनाव जीता है और अब शिवसेना की नजर सीएम की कुर्सी पर है। अब शिवसेना बार-बार भाजपा को 50-50 फॉमूर्ले की बात याद दिला रही है। शिवसेना के नेता प्रताप सरनाइक ने कहा कि- हमारी बैठक में यह पहले से तय था, अमित शाह जी ने लोकसभा चुनाव से पहले ही हमें 50-50 फॉमूर्ले का वादा किया था। इसलिए दोनों दलों को 2.5-2.5 साल सरकार चलाने का अवसर मिलना चाहिए। उद्धव ठाकरे को इस बात का लिखित में आश्वासन दिया जाए। बता दें कि साल 2014 में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, जिसमें बीजेपी ने 122 और शिवसेना ने 63 सीटें जीती थीं। लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में जहां बीजेपी को 17 सीटों और शिवसेना को 7 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है। 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 105 सीटें जीती हैं जबकि शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं। राकांपा 54 सीटों पर जबकि कांग्रेस 44 सीटों पर जीती है। 2014 विधानसभा चुनाव की तुलना में शरद पवार नीत राकांपा की सीटें बढ़ी हैं जबकि भाजपा की सीटें कम हुई हैं। तब भाजपा को 122, शिवसेना को 63, कांग्रेस को 42 और राकांपा को 41 सीटें मिली थीं।