मुंबई। महाराष्ट्र में अपनी सरकार बनाने और मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस के कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी और जेपी नड्डा जी का आभार व्यक्त करता हूं उन्होंने महाराष्ट्र की सेवा करने का मौका दिया। जनता ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था लेकिन शिवसेना ने हमारा साथ छोड़कर किसी और जगह गठबंधन करना शुरू कर दिया। जिसके चलते महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हुआ। महाराष्ट्र जैसे राज्य में राष्ट्रपति शासन कितने समय लागू रहे यह शोभा भी नहीं देता है। इसके चलते महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार की जरूरत थी खिचड़ी सरकार की नहीं। अंत में मैं राष्ट्रवादी पार्टी के नेता अजित पवार को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने हमारा साथ दिया। इसक बाद देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि हमारे साथ कई अन्य लोग भी आएं हैं। हमारा दावा राज्यपाल का पेश किया। राज्यपाल जी ने राष्ट्रपति जी से अनुशंस की कि वह राष्ट्रपति शासन वापस लें। इसके बाद राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्यौता दिया। वहीं दूसरी ओर एनसीपी के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि 24 तारीख को नतीजे आए और किसी की सरकार नहीं बनी। बहुत समस्या थी जिसमें किसानों की समस्या थी। सरकार आती है तो रास्ता निकालने में मदद हो सकती है। इसलिए हम सब ने यह निर्णय लिया। गौरतलब है कि कल रात तक अजीत पवार शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनाने की कवायद में शामिल थे। अचानक वह सुबह भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाते हैं और खुद उपमुख्यमंत्री बन जाते हैं। महाराष्ट्र इस घटना क्रम ने शनिवार की सुबह सबको आश्चर्यचकित कर दिया।