11,12 और 13 फरवरी को अलग-अलग मोर्चों पर होगी महापंचायत, 14 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद्रीय टीम के साथ होगी बैठक
Punjab Farmer Protest (आज समाज), चंडीगढ़। किसानों की मांगों को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों के आंदोलन को एक साल पूरा होने को है। इस दौरान केंद्र सरकार के नुमाइंदों की किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ कई बार वार्ता हुई लेकिन कोई सार्थक हल नहीं निकल पाया। इसका नतीजा यह रहा कि वृद्ध किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठना पड़ा। जब इस किसान नेता की तबीयत खराब हुई तब सुप्रीम कोर्ट तक ने इस मामले में संज्ञान लिया और केंद्र सरकार से जवाब तलब किया। इसके बाद केंद्र सरकार ने किसानों की मांग मानते हुए वार्ता की तारीख तय की और डल्लेवाल को चिकित्सीय सहायता के लिए मनाया गया।
वार्ता के लिए किसान संगठनों ने की तैयारी
अब प्रदेश के किसान संगठन 14 फरवरी को केंद्रीय प्रतिनिधियों से होने वाली वार्ता के लिए तैयारी कर रहे हैं। इसी के चलते आज से तीन दिन तक प्रदेश के अलग-अलग मार्चों पर महापंचायत होने जा रही है।
एक सप्ताह से बिना किसी मेडिकल सुविधा के डल्लेवाल
पंजाब खनौरी बार्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन आज 78वें दिन में प्रवेश कर गया है। लेकिन पिछले 7 दिनों से वह बिना मेडिकल सुविधाओं के ही अनशन पर हैं, क्योंकि उनकी अधिकतर नसें ब्लाक हैं, जिस कारण डाक्टरों को उन्हें मेडिकल सुविधाएं देने में दिक्कत आ रही है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की तरफ से 12 फरवरी को चंडीगढ़ में बुलाई गई एकता मीटिंग में शामिल होने का ऐलान किया।
ये बोले किसान नेता पंधेर
किसान नेता सवरन सिंह पंधेर ने कहा है कि अगर केंद्र द्वारा 14 फरवरी को बुलाई मीटिंग कामयाब नहीं होती है और वार्ता आगे नहीं बढ़ती है तो 25 फरवरी को किसान दिल्ली की तरफ पैदल ही कूच करेंगे। किसान नेता ने कहा कि एकता को लेकर दो मीटिंग इससे पहले पातडा में हुई थी। 11 फरवरी से 13 फरवरी तक हमारे प्रोग्राम है, जो कि दोनों बार्डर पर चलेंगे। लेकिन इसके बावजूद हमने सोचा समझा है कि पंजाबियों व देशवासियों की भावना है कि संघर्ष में सभी किसान दल एकजुट हो। ऐसे में हमने मीटिंग में जाने का फैसला लिया है।
ये भी पढ़ें : Punjab News : श्रम विभाग की सभी सेवाएं मिलेंगी ऑनलाइन : सौंद
ये भी पढ़ें : Punjab News Update : निर्माण कार्यों में हो रहा विश्व स्तरीय तकनीक का प्रयोग : ईटीओ