नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में सियासी घमासान अपने चरम पर है। एक ओर कमलनाथ अपनी सरकार बचाने में लगे हैं तो दूसरी ओर भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने विधायकों की परेड करा रहे हैं। आज राज्यपाल द्वारा मध्य प्रदेश द्वारा 26 मार्च तक विधानसभा स्थगित किए जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल लालजी टंडन के सामने अपने 106 विधायको की परेड कराई। इसके साथ ही उन्होंने विधायकों की सूची भी सौंपी। कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा कि कमलनाथ सरकार रणछोड़ दास बन गई है। इस दौरान शिवराज ने कहा, ‘बहुमत होता तो सरकार को दिक्कत क्या थी लेकिन मुख्यमंत्री बच रहे हैं। वह जानते हैं कि यह सरकार अल्पमत की सरकार है और इसलिए राज्यपाल महोदय के निर्देश का पालन नहीं किया गया। सरकार रणछोड़ दास बन गई। सत्र स्थगित करके ही भाग गई। मुख्यमंत्री चौहान का कहना है कि कांग्रेस के पास केवल 92 विधायक बचे हैं। टाइम काटू, काम कर रहे हैं कि जितनी कटे तो कट जाए। उन्होंने कहा, ‘मैं यह पूछना चाहता हूं कि जो अल्पमत की सरकार है क्या उसे निर्णय लेने का अधिकार है?’बता दें कि मध्य प्रदेश में राज्यपाल के अभिभाषण के तुरंत बाद फ्लोर टेस्ट न होने की स्थिति में भाजपा ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश देने के अनुरोध के साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।