- पानीपत में हुए भव्य भूमि पूजन में एम3एम फाउंडेशन ने ली बच्चियों की शिक्षा की जिम्मेदारी
- इस पहल को एम3एम फाउंडेशन आगे बढ़ा रहा है जिसमें प्रत्येक बालिका को तब तक शिक्षित करने की जिम्मेदारी ली है जब तक कि वे अपनी आजीविका कमाने में सक्षम न हो जाएं
बालिकाओं की शिक्षा में सहयोग करना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता
हिमांशी की तरह कई और बच्चियों ने इस अवसर पर अपने सपने एम3एम के घर खरीदारों से साझा किये, जो यह जानना चाहते थे कि वे किसकी शिक्षा में सहयोग कर रहे हैं। एम3एम फाउंडेशन की चेयरपर्सन एंड ट्रस्टी डॉ. कनोडिया ने इस अभियान की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कहा, “बालिकाओं की शिक्षा में सहयोग करना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। एक लड़की को शिक्षित करके हम एक मजबूत समाज का निर्माण कर रहे हैं और अपने देश के आर्थिक विकास को मजबूत कर रहे हैं। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि हमारे घर-खरीदार बड़ी संख्या में इस उद्देश्य का सपोर्ट करने के लिए आगे आए हैं। हम इससे पहले गुरुग्राम में इस तरह की पहल कर चुके अब तक 200 से अधिक बच्चियों के सपनों में हम भागीदार बन चुके हैं और यह सफ़र जारी रहने वाला है।
शिक्षा एम3एम फाउंडेशन द्वारा एम3एम के घर खरीदारों के सहयोग से पूरी होगी
एक बच्ची के अभिभावक ने कहा कि “मेरी बच्ची की पढ़ाई में पूरी रुचि थी लेकिन उसे नियमित शिक्षा का अवसर नहीं मिल रहा था, इस पहल से उसे भी पढ़ने का मौका मिल रहा है। अब उसकी शिक्षा एम3एम फाउंडेशन द्वारा एम3एम के घर खरीदारों के सहयोग से पूरी होगी। जिसका मै धन्यवाद करता हूँ।“ एम3एम ‘सिटी ऑफ ड्रीम्स’ में 2100 से अधिक प्लॉट हैं, जिसमें 140 से 1000 वर्ग गज तक, 400 विस्तार योग्य विला, 3000 उबर-लग्जरी फ्लोर्स और 150 फार्म हाउस हैं। इस प्रोजेक्ट में सामुदायिक पार्क, साइक्लिंग ट्रैक, रेस्तरां और कैफे, पूजा स्थल, रिटेल स्पेस, क्लीनिक, स्कूल, मंदिर, क्रिकेट मैदान भी होंगे। इसमें 1.45 मिलियन वर्ग फुट का विशाल रिटेल स्पेस और कुल 150,000 वर्ग फुट जगह वाले चार क्लब भी होंगे।