Ludhiana Breaking News : लुधियाना हाई सिक्योरिटी जेल का बजट पास

0
70
Ludhiana Breaking News : लुधियाना हाई सिक्योरिटी जेल का बजट पास
Ludhiana Breaking News : लुधियाना हाई सिक्योरिटी जेल का बजट पास

स्टाफ को भी जेल परिसर में मोबाइल ले जाने की पूरी तरह से रोक होगी

जेल में ही अस्पताल की सुविधा होगी और एक डाग स्क्वायड अलग से तैनात होगा

Ludhiana Breaking News (आज समाज), चंडीगढ़। पंजाब में कुख्यात कैदियों को लेकर पंजाब पुलिस की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। ऐसे कैदियों को रखने के लिए अब पंजाब में विशेष इंतजाम किए जाएंगे। ताकि जेल के अदंर से यह कैदी किसी भी तरह से अपना नेटवर्क नहीं चला पाए। इसके लिए लुधियाना में एक नई हाई सिक्योर्टी जेल बनने जा रही है। इसके लिए जगह की भी पहचान कर ली गई है।

इस बात की जानकारी खुद डीजीपी गौरव यादव ने दी है। जेल के निर्माण पर कई करोड़ रुपये का खर्च आएगा। जेल के लिए 100 करोड़ का बजट पास हो गया है। पंजाब में नई जेल बनाने की जरूरत कई दिनों से महसूस की जा रही थी। क्योंकि पंजाब के जेलों में कैदियों की संख्या ज्यादा थी। जिसकी वजह से कुख्यात कैदियों को रखने में कई प्रकार की समस्याएं भी उत्पन्न हो रही थी।

लगाए जाएंगे बॉडी स्केनर

जेल में तैनात किए जाने वाले स्टाफ को भी जेल परिसर में मोबाइल ले जाने की पूरी तरह से रोक होगी। बाडी स्केनर लगाए जाएंगे। स्टाफ के लिए बात करने के लिए सिर्फ लैंडलाइन का ही विकल्प दिया जाएगा जेल के अंदर सैल ऐसे होंगे कि कैदी एक दूसरे को न देख सके। कैदियों व विजिटर में वीडियो कांफ्रेसिंग से बातचीत करवाएगी। जेल में ही अस्पताल की सुविधा होगी और एक डाग स्कवैड अलग से तैनात किया जाएगा। वहीं पंजाब की अन्य जेलों को हाईटेक बनाया जाएगा।

पंजाब में केंद्रीय जेलों सहित कुल 27 जेलें

पंजाब में सात केंद्रीय जेलों सहित कुल 27 जेलें है। लुधियाना में जो जेल बनाई जाएगी उस में ए व बी कैटागरी के गैंगस्टर व अन्य कुख्यात अपराधियों को शिफ्ट किया जाएगा। 200 एकड़ में बनने वाली इस जेल में 300 कैदियों को रखने की क्षमता होगी। इस हाई सिक्योरिटी जेल में स्ट्रांग जैमर लगाए जाएंगे कि न केवल बैरकों के अंदर बल्कि जेल परिसर के आसपास भी कोई मोबाइल फोन का इस्तेमाल न कर सके।

जेलों को पूरी तरह अपराध मुक्त करने की तैयारी

अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे जेलों को पूरी तरह अपराध मुक्त करने के लिए तत्परता से काम करें। साथ ही जेलों में विभिन्न उत्पाद तैयार किए जाएं, ताकि इनको आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इसी प्रकार कैदियों और हवालातियों को बुनियादी सुविधाएं देने के साथ-साथ उनके लिए बनाई गईं भलाई योजनाओं को पूरी तरह लागू किया जाए।

ये भी पढ़ें : Punjab Farmer Protest : गांव-गांव जाकर किसानों को एकजुट कर रहे नेता