Jalandhar News (आज समाज), जालंधर :जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में कम वोटिंग होने के चलते सभी पार्टियां उलझन में हैं। बुधवार को हुए मतदान में पहली बार मतदान का आंकड़ा 60 प्रतिशत से नीचे रहा। इस बार 60 से नीचे मतदान होने के चलते राजनीति के जानकार भी उलझन में पड़ गए हैं।
जालंधर वेस्ट से शीतल अंगुराल ने आप की टिकट पर जीत हासिल की थी। लोकसभा चुनाव से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए थे। उनके इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव हुआ था। अंगुराल को इस बार भाजपा ने मैदान में उतारा था। जालंधर पश्चिम में विधानसभा उपचुनाव के लिए कुल 1,71,963 मतदाताओं ने मत का प्रयोग करना था। इनमें 89,329 पुरुष और 82,326 महिलाएं शामिल थीं।
साथ ही, उक्त क्षेत्र में आठ थर्ड जेंडर मतदाता भी थे। शांतिपूर्वक और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग ने कुल 181 मतदान केंद्र बनाए थे। बेशक यह चुनाव केवल एक ही विधानसभा सीट के लिए हुए हों लेकिन इससे प्रदेश की राजनीति का भविष्य तय होने वाला है।
राजनीतिक दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी
इसी के चलते इस उपचुनाव में राजनीतिक दलों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। चुनाव को लेकर खुद सीएम भगवंत मान ने जालंधर में कोठी किराए पर लेकर रह रहे हैं और अपनी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में जमकर चुनाव प्रचार भी किया। इसी तरह से भाजपा और दूसरे राजनीतिक दलों ने भी अपने उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। क्योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान सूबे की 13 सीटों में से सबसे ज्यादा सीट कांग्रेस के हाथ आई थी।
वहीं भाजपा का वोट प्रतिशत भी बढ़ा था। वहीं दूसरी तरफ कम संख्या में मतदाताओं द्वारा वोटिंग करने के बाद कोई पार्टी खराब मौसम को जिम्मेदार ठहरा रही है तो कोई बेहद ज्यादा उमस और गर्मी को लेकिन जो भी हो अब 13 जुलाई को यह सामने आ जाएगा की मतदाताओं ने किस पार्टी के पक्ष में अपना फैसला सुनाया है।