Rahul Gandhi Lok Sabha Opposition Leader, (आज समाज), नई दिल्ली: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से सांसद राहुल गांधी को लोकसभा में नेता विपक्ष बनाए जाने का ऐलान किया है। इंडिया ब्लॉक की बैठक में मंगलवार रात को राहुल को लेकर निर्णय लिया गया।
पीएम मोदी को राहुल से भी लेनी होगी सहमति
बतौर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लोकपाल, सीबीआई डायरेक्टर, मुख्य चुनाव आयुक्त, चुनाव आयुक्त, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त, केंद्रीय सूचना आयुक्त, एनएचआरसी प्रमुख के चयन से संबंधित कमेटियों के सदस्य होंगे और इनकी नियुक्ति में उनका नेता विपक्ष के तौर पर रोल रहेगा। वे इन पैनल के बतौर सदस्य शामिल होंगे। इन सारी नियुक्तियों में राहुल नेता प्रतिपक्ष के तौर पर उसी टेबल पर बैठेंगे, जहां प्रधानमंत्री और सदस्य बैठेंगे। इन नियुक्तियों से जुड़े फैसलों में प्रधानमंत्री को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल से भी उनकी सहमति लेनी होगी। उनकी राय और मशविरा मायने रखेगा।
कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला
राहुल ने बुधवार को सदन में अपनी जिम्मेदारी भी संभाल ली। वह स्पीकर ओम बिरला की नियुक्ति के बाद औपचारिक प्रक्रिया का भी हिस्सा बने। राहुल को अब कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल गया है। इससे प्रोटोकॉल सूची में उनका स्थान भी बढ़ जाएगा और वे विपक्षी गठबंधन के पीएम फेस के स्वाभाविक दावेदार भी हो सकते हैं। यह पहला संवैधानिक पद है, जो राहुल गांधी ने अपने ढाई दशक से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर में संभाला है।
पांचवीं बार के सांसद हैं राहुल
राहुल पांचवीं बार के सांसद हैं। इस बार आम चुनाव में उन्होंने केरल के वायनाड और उत्तर प्रदेश के रायबरेली से जीत हासिल की है, लेकिन उन्होंने वायनाड सीट से इस्तीफा दे दिया है। अब वायनाड में उपचुनाव होंगे और वहां राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी। राहुल गांधी ने 2004 में राजनीति में प्रवेश किया और पहली बार उत्तर प्रदेश के अमेठी से जीत हासिल की थी। वे तीन बार अमेठी से चुनाव जीते। 2019 में उन्होंने वायनाड से जीत हासिल की थी।