Aaj Samaj (आज समाज), Lok Sabha Election 2024 NOTA, भोपाल: मध्य प्रदेश की इंदौर सीट पर लोकसभा के अलग ही नतीजे सामने आए हैं। यहां राजनीतिक पार्टियों के प्रति मतदाताओं में खासा आक्रोश देखा गया है। दरअसल इस सीट पर नोटा को मिलने वाले वोटों का आंकड़ा 1,27,277 पार कर गया है। इससे पहले नोटा को सबसे ज्यादा वोट 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार के गोपालगंज में मिले थे। 51,660 वोटरों ने उस दौरान ‘नोटा’ का विकल्प चुना था।
जानिए क्या होता है नोटा
गौरतलब है कि भारतीय निर्वाचन आयोग ने दिसंबर 2013 के विधानसभा चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन-ईवीएम में नोटा (नन आफ द एबव) इनमें से कोई नहीं’ का विकल्प उपलब्ध करवाया था। यह ऐसे मतदाताओं के लिए है जो किसी भी दल के प्रत्याशी से खुश नहीं हैं, लेकिन अपना वोट डालना चाहते हैं। नोटा का बटन दबाने का मतलब है कि वोटर को चुनाव लड़ रहा कोई प्रत्याशी पसंद नहीं है।
इंदौर के चुनाव में कांग्रेस शुरू में ही बाहर हुई
बता दें कि इंदौर के चुनाव में कांग्रेस शुरू में ही बाहर हो गई थी। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया था और इसके तुरंत बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। अक्षय के इस कदम के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब इंदौर के चुनावी इतिहास से कांग्रेस गायब है।
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