लोहारू। उपमंडल के गांव सोहांसड़ा निवासी सेना के 37 वर्षीय जवान बलजिंदर सिंह का बीमारी के दौरान गत दिवस निधन हो गया। शनिवार को जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया और ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। सैन्य सम्मान के साथ जवान को अंतिम विदाई दी गई। ग्रामीण और आस पास के गांव के लोगों ने गांव के मुक्तिधाम में जवान को अंतिम विदाई देने पहुंचे। इस दौरान बलजिंदर सिंह अमर रहे, भारत माता की जय के नारे लगाए गए। सेना के जवान को सैन्य अधिकारियों व ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि दी और गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी। करीब 12 वर्षीय बेटे दुपेश व उनके भाई सतीश ने जवान बलजिंदर सिंह को मुखाग्नि दी।
एमटीआर गोवा में हवलदार के पद पर थी तैनाती
जवान बलजिंदर सिंह ने भाई सतीश ने बताया कि बलजिंदर सिंह एमटीआर गोवा में हवलदार के पद पर कार्यरत थे। बलजिंदर सिंह विगत 20 दिनों से हेपेटाइटिस या जॉन्डिस रोग से ग्रसित थे। इस बीमारी के चलते पूना के आर्मी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। विगत दिवस उनका निधन हो गया। सेना के अधिकारियों ने मामले की जानकारी उनको दी। इस दुखद समाचार के बाद उनके पिता सूबेदार सूरजभान, माता सिंदोरी देवी, पत्नी सोनू देवी व पुत्र दुपेश और बेटी सिमरन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शनिवार को सेना के जवान का पार्थिव शरीर लेकर गांव पहुंचे। इस दौरान ग्रामीण भी बलजिंदर सिंह को घर पर उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे।
मेहनत और लगन से पाई थी नौकरी
जवान बलजिंदर सिंह के भाई सतीश सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि बलजिंदर सिंह अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर वर्ष 2004 में आर्मी में भर्ती हुए थे। भाई सतीश ने बताया कि उसका बड़ा भाई बलजिंदर सिंह बचपन से ही होनहार था और उसका सपना देश सेवा के लिए सेना में जाना था। बड़ी मेहनत और लगन के बाद उसे सेना में नौकरी मिली थी। उनकी इस शहादत से उनका पूरा परिवार टूट चुका है। उनको श्रद्धांजलि देने वालों में सैन्य अधिकारियों के साथ थाना प्रभारी मदन कुमार, सरपंच राजकुमार नागर, समाज सेवी राजबीर फरटिया, राज सिंह गागड़वास, अनिल वशिष्ठ, राजेश डांगी, संतोष भारद्वाज, उमेद मिश्रा, बलवान सिंह, मिंटू डेला सहित गांव के गणमान्य लोग मौजूद रहे।