नई दिल्ली। देश में इस वक्त कोरोना वायरस की दहशत से ज्यादा गंभीर स्थिति रोटी न मिलने केकारण हो रही है। हालांकि इससे कोरोन का खतरा कम नहींआंका जा सकता है। हजारोंमजदूर लॉक डाउन के चलते काम न होने और खाने की कमी के चलते अपने गांव की ओर पलायन कर रहे हैं। बता दें कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देशभर में 21 दिन का लॉक डाउन लागू किया गया है। रेलवे बंद है, बसे बंद हैं लेकिन लोग अपने घरों की ओर पैदल ही चल पड़े हैं। कई सौ किलो मीटर की दूरी पैदल बिना खाए पिए तय करने को तैयार हो गए हैं। दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ आदि जैसे कई राज्य हैं, जहां से लोग पैदल ही अपने गांव वापस जा रहे हैं। इसी बीच महाराष्ट्र और कर्नाटक में अपने घरों की ओर वापसी कर रहे कुछ लोग हादसे का शिकार हो गए। दो हादसों में दस लोगों की मौत हो गई। महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई तालुका में शनिवार को तेज गति से आ रहे टेंपो से कुचल कर चार लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। ये सभी गुजरात से मुंबई पैदल जा रहे थे। हादसे के बाद पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना परोले गांव में तड़के तीन बजे हुई जब तेज गति से आ रहे एक टेंपो ने गुजरात से मुंबई पैदल जा रहे कुछ लोगों को कुचल दिया। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। कनार्टक के बाहरी इलाके में एक मजदूरों को ले जा रही लॉारी से टकराकर छह लोगों की मौत हो गई। हादसा आउटर रिंग रोड पर हुआ। लॉरी मजदूरों को कनार्टक में उनके गांवों में ले जा रही थी।