केंद्र में भाजपा की सहयोगी पार्टीलोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में इन दिनों जबरदस्त सियासी घमासान चल रहा है। चिराग पासवान की पिता राम बिलास पासवान के बाद पार्टी में फूट देखने को मिल रही है। चिराग केचाचा पशुपति पारस गुट ने लोजपा पर कब्जा कर लिया हैजबकि इस पार्टी को शुरू करने वाले इसकेजन्मदाता चिराग पासवान के पिता राम बिलास पासवान थे। बता दें कि चिराग जमुई से सांसद हैं। वह अपनी जगह और पार्टी को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। अब चिराग ने उम्मीद की नजरों से प्रधानमंत्री मोदी की ओर देखना शुरू कर दिया है। चिराग पासवान ने बुधवार को भाजपा और पीएम मोदी तक बात पहुंचाने की कोशिश की और बयान दिया कि हनुमान वध होने पर यदि राम चुप रहे तो यह ठीक नहीं। बता दें कि बीते साल विधानसभा चुनावों के दौरान चिराग ने खुद को प्रधानमंत्री का हनुमान बताया था। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा, ‘हनुमान का वध होने पर यदि राम चुप रहे तो यह ठीक नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सतयुग के समय से लेकर आज तक रामायण में देखा गया है कि हनुमान जी ने हर कदम पर भगवान राम का साथ दिया।
चिराग ने कहा, लोजपा हर फैसले में पीएम मोदी के साथ खड़ी रही। जिस प्रकार हर कदम पर हनुमान भगवान राम के साथ चले । हर फैसले पर भाजपा के साथ मजबूती से खड़े रहने वाले हनुमान की लोजपा पर जब आज संकट की घड़ी आई है तो उम्मीद थी कि राम हस्तक्षेप करेंगे और किसी तरह इस विवाद को सुलझाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की चुप्पी ने मुझे दुखी किया हैफिर भी मुझे पीएम पर पूरा भरोसा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पीएम स्थिति को नियंत्रण में लेकर इस राजनीतिक मुद्दे को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप जरूर करेंगे।’