छोटे बच्चों की सेहत का कैसे रखें ध्यान

0
617
How to take care of the health of young children
How to take care of the health of young children

आज समाज डिजिटल, अंबाला :
हर मां चाहती है कि उस का बच्चा हमेशा हैल्दी व फिट रहे. इस के लिए वह हर प्रयत्न करती है। फिर भी कई बार प्रयासों के बावजूद बच्चे की ग्रोथ सही ढंग से नहीं हो पाती है, जिस से मां का परेशान होना स्वाभाविक है। ऐसे में मार्केट में कुछ स्पैशलाइज्ड प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, जो बच्चों को पर्याप्त पोषण देने का काम करते हैं जिस से मां भी रहती है टैंशन फ्री और बच्चा भी रहता है हैल्दी।तो आइए जानते हैं कि बच्चों को किस तरह सेहतमंद बनाए रख सकती हैं।

लाइफस्टाइल को बदलना

मां की नजर अपने बच्चे की ऐक्टिविटीज पर होती है कि वह क्या कर रहा है, कितने बजे सो कर उठ रहा है, कैसे उठबैठ रहा है और उसे जहां भी कोई गड़बड़ लगती है तो वह उसे तुरंत सुधारने का प्रयास करती है।

खान-पान में सुधार

अगर देखादेखी बच्चा हरदम फास्टफूड इत्यादि खाने में ही दिलचस्पी लेता है, तो मां उसे मार्केट में मिलने वाले कुछ स्पैशलाइज्ड प्रोडक्ट्स जो न तो टेस्ट के मामले में और न ही पौष्टिकता के मामले में कम होते हैं, को उस की डाइट में शामिल कर उसे भीतर व बाहर दोनों तरफ से स्ट्रौंग बनाने की कोशिश करती है, जिस से उस का संपूर्ण विकास हो सके। साथ ही अपनी हैल्दी रैसिपीज से भी बच्चे को फिट रखने की कोशिश करती है।

वजन व लंबाई बढ़ाने पर ध्यान

कई बार गलत खानपान या फिर किन्हीं अन्य कारणों से बच्चों की लंबाई व वजन प्रभावित होते हैं और वे उस अनुपात में नहीं बढ़ पाते, जिस अनुपात में उन्हें बढ़ना चाहिए. ऐसे में मांएं उन्हें मार्केट में मिलने वाले कुछ स्पैशलाइज्ड पौष्टिक सप्लिमैंट्स या ड्रिंक्स देती हैं जिस से उन के बच्चों का वजन व हाइट सामान्य बच्चों की तरह बढ़ने लगती है। इस में उतना प्रोटीन होता है जिस की शरीर को जरूरत होती है और यह पचने में भी आसान होता है।

क्या फैट देने से ज्यादा प्रोटीन है फायदेमंद

भले ही फास्टफूड बच्चों की भूख को तुरंत शांत कर देते हो लेकिन ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही होते हैं क्योंकि इस में ज्यादा कैलोरीज होने के कारण ये वजन तो बढ़ाते ही हैं साथ ही इस से शारीरिक व मानसिक विकास भी प्रभावित होता है। ऐसे में स्पैशलाइज्ड पौष्टिक सप्लिमैंट्स जिस में प्रोटीन उचित अनुपात में मौजूद होता है देने से बच्चे हैल्दी व स्ट्रौंग बनते हैं व मोटापे से ग्रसित बच्चों के वजन को कम करने में भी सहायक है. ये न सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाता है बल्कि इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रौंग करता है यानी बहुत ज्यादा कैलोरी गए बिना ही इस के माध्यम से बच्चों को प्रोपर न्यूट्रिशन मिल पाता है।

ये भी पढ़ें : राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के नवनियुक्त सदस्य श्याम शुक्ला ने संभाला कार्यभार

ये भी पढ़ें :मजदूर संघ के बैनर तले सैकड़ों की तादाद में महिला और पुरुष पहुंचे मुख्यमंत्री आवास पर

Connect With Us: Twitter Facebook