नई दिल्ली। दिल्ली में सीएए का विरोध कर रहे और समर्थन कर रहे लोग आपस में भिड़ गए। रविवार को दोनों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई। दिल्ली में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच पुलिस के हेड कॉन्सटेबल रतन लाल की मौत हो गई थी। आज उन्हें अंतिम विदाई दी गई। दिल्ली के एलजी अनिल बैजल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली के जाफराबाद में कुछ लोग नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन में शामिल लोग इस दौरान हिंसक हो गए। हिंसक भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान गोली लगने से एक पुलिस कॉन्स्टेबल सहित अब तक कुल नौ लोगों की मौत हो गई है। शांति बहाल करने के लिए आज अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एलजी अनिल बैजल सहित दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक की। बता दें कि हिंसक प्रदर्शन के दौरान मरने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल का नाम रतन लाल है, जो गोकुलपुर एसीपी आॅफिस में तैनात थे। वह मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।