आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत: जिले में बापौली कस्बे के गांव बहरामपुर के खेतों में शनिवार रात को तेंदुआ आ गया। तेंदुए को किसान ने चारा काटते वक्त घूमते देखा। जिसे देखने के बाद उसके पैरों तले की जमीन खिसक गई। वह तुरंत दौड़कर गांव में आया और ग्रामीणों को सूचित किया। मामले की जानकारी बापौली थाना पुलिस को भी दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले को एसपी के संज्ञान में लाया। साथ ही डीसी से संपर्क साधा। डीसी कैंप कार्यालय से तेंदुए को रेस्क्यू करने के लिए वाइल्ड लाइफ टीम को सूचना दी। रात करीब 10 बजे वाइल्ड लाइफ टीम मौके पर पहुंची। जिसके बाद वाइल्ड लाइफ टीम और पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू अभियान चलाया।
रेस्क्यू के दौरान चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए
रेस्क्यू के दौरान तेंदुए को पकड़ने के लिए काफी भागदौड़ करनी पड़ी। इस दौरान तेंदुए ने वाइल्ड लाइफ टीम कर्मी को अपना शिकार बनाना चाहा। बचाव में आए तीन और कर्मचारियों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। इस हमले में सनौली थाना एस एच ओ जगजीत सिंह, वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार, डॉक्टर अशोका खासा समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मगर टीम ने साहस दिखाते हुए आखिरकार ट्रेंकुकुलाइजर का ठीक निशाना लगाते हुए तेंदुए को लगा दिया। जिससे वह चंद मिनटों में ही बेहोश हो गया और उसे काबू कर लिया गया।
तेंदुआ बिल्कुल किसान सामने आकर खड़ा हो गया
गांव अतोलापुर निवासी भोपाल ने बताया कि वो पेशे से किसान है। शनिवार शाम छह बजे वह खेत में चारा लेने गया था। उसको खेत में यहां तेंदुआ घूमता दिखाई दिया। तेंदुआ बिल्कुल उसके सामने आकर खड़ा हो गया था। वह उसको देखकर गांव की ओर भागा और पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही सनौली थाना प्रभारी जगजीत सिंह और बापौली थाना प्रभारी बलबीर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मौके पर डायल 112 की तीन गाड़ियों को बुलाया गया। पुलिस ने खेतों के चारों ओर अपना जाल बिछाया। इस मामले में एसएचओ जगजीत सिंह का कहना है कि यमुना के तटीय क्षेत्रों में जंगल है। यहां जंगली जानवर हो सकते हैं। हो सकता है तेंदुआ जंगल से निकलकर बाहर आ गया हो। तेंदुए को 5 घंटे की कड़ी मश्कत के बाद रात 11 बजे पकड़ा गया।
लोगों ने पुलिस को सहयोग किया
शाम 6 बजे से मौके पर सनौली व बापौली थाना के एसएचओ भारी पुलिस दलबल के साथ मौके पर खड़े थे। उन्होंने खेतों से करीब 800 मीटर दूर सड़क पर लोगों को रोका हुआ था। हालांकि मौके पर सैकड़ों की संख्या में भीड़ थी, मगर भीड़ पुलिस को पूरा सहयोग कर रही थी। दिन ढलने के साथ हुए अंधेरे में तेंदुए की निगरानी करने के लिए पुलिस ने कुछ लोगों से चार पहिया वाहन लाकर उनकी लाइट तेंदुए की तरफ ऑन करने का आग्रह किया। लोगों ने पुलिस को इस बात में भी सहयोग किया। पुलिस को लोगों ने चाय-पानी पीने व नमकीन आदि खाने को दिए। रात 10 बजे तक भीड़ पुलिस के कहे अनुसार तेंदुए से काफी दूर खड़ी थी।
तेंदुआ अक्रामक हुआ और उसने हमला कर दिया
मगर रात 10 बजे जब वाइल्ड लाइफ टीम पहुंची तो उनके साथ डीएसपी प्रदीप कुमार भी हाजिरी लगाने मौके पर पहुंच गए। उन्होंने वहां पहुंचते ही पहले से बनी व्यवस्थित व्यवस्था बिगड़ गई। उन्होंने पहला ही आदेश लोगों को वहां से खदेड़ने का दे दिया। जिसके बाद उनका गनमैन से लेकर तमाम पुलिस बल लोगों के पीछे लाठियां लेकर दौड़ पड़ी। यहां तक कि खुद डीएसपी भी लाठी लेकर लोगों को मारने दौड़ पड़े। इस वजह वहां पर भगदड़ मच गई। डीएसपी के इस रवैया को देखकर लोगों ने अपनी मनमर्जी करनी शुरू कर दी। लोग खेत के चारों तरफ से वीडियो बनाते हुए तेंदुए के नजदीक पहुंचे। जिस वजह तेंदुआ अक्रामक हुआ और उसने हमला कर दिया।
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