नई दिल्ली। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा नेआज तीसरी बार विधान सभा सत्र बुलाए जाने के प्रस्ताव को वापस कर दिया। उन्होंनेप्रस्ताव कर सरकार से सवाल किया कि वह शॉर्ट नोटिस पर सत्र क्यों बुलाना चाहती है। राज्यपाल ने कहा कि सरकार इसे स्पष्ट करे। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अगर सरकार विश्वास मत हासिल करना चाहती है। तो विधानसभा सत्र यह जल्दी यानी अल्पसूचना पर सत्र बुलाए जाने का कारण हो सकता है। बता दें कि अशोक गहलोत तीसरी बार प्रस्ताव लौटाए जाने के बाद राज्यपाल से मिलने पहुंचे। राजभवन की ओर से जारी बयान के अनुसार विधानसभा सत्र बुलाने संबंधी सरकार की ‘पत्रावली को फिर भेजकर यह निर्देशित किया गया है कि अल्प अवधि के नोटिस पर सत्र आहूत करने का क्या ठोस कारण है इसे स्पष्ट किया जाए और यह भी स्पष्ट किया जाए कि वर्तमान असामान्य व विषम परिस्थिति में अल्प अवधि के नोटिस पर सत्र क्यों बुलाया जा रहा है। इसमें आगे कहा गया है, ”यह भी उल्लेखनीय है कि यदि इस सत्र में राज्य सरकार को विश्वास मत हासिल करना है तो ‘सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अल्प कालीन सत्र बुलाया जाना संभव है, जो कि अल्पसूचना पर सत्र बुलाए जाने का युक्तियुक्त कारण हो सकता है।”