नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में वाणिज्य विभाग द्वारा पर्यावरण लेखांकन रिपोर्टिंग तथा धारणीय विकास विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग की प्रो. रितु सपरा विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहीं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने इस तरह के आयोजनों को विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के लिए उपयोगी बताया।
लाभों के विषय में प्रतिभागी विद्यार्थियों से चर्चा की
विशेषज्ञ वक्ता प्रो. रितु सपरा ने कॉरपोरेट पर्यावरण लेखांकन तथा धारणीय विकास विषय पर अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि सतत विकास की धारणा नई नहीं है बल्कि यह पुरातन समय से चली आ रही परंपरा है। ऋग्वेद और मनुस्मृति में भी इसके उद्धरण देखने को मिलते हैं। प्रो. सपरा ने कॉरपोरेट पर्यावरण लेखा रिपोर्टिंग एवं पर्यावरण लेखांकन की जरूरतों और लाभों के विषय में प्रतिभागी विद्यार्थियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण लेखांकन एवं धारणीय विकास का उद्देश्य भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों की अनदेखी न करते हुए वर्तमान मांगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के बीच संतुलन लाना है। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष एवं व्याख्यान के संयोजक डॉ. राजेंद्र प्रसाद मीणा ने प्रो. सपरा का पुष्प भेंट कर स्वागत किया।
डॉ. मीणा ने कहा कि पर्यावरण लेखांकन रिपोर्टिंग तथा धारणीय विकास के अंतर्संबंध पर आज के व्याख्यान से निसंदेह विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलेगी। विभाग की सहायक आचार्य डॉ. सुमन अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर वाणिज्य विभाग के डॉ. भूषण सिंह, शोधार्थी मोहित, संगीता, शिवानी, निशा, कविता सहित विभाग के विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।
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