सुप्रीम कोर्ट की ओर से अवमानना मामले में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने एक रुपया भरने का फैसला किया और उन्होंने जानकारी दी कि मेरे वकील और वरिष्ठ साथी राजीव धवन ने अवमानना फैसले के तुरंत बाद 1 रुपए का योगदान दिया, जिसे मैंने कृतज्ञता से स्वीकार किया है। सुप्रीम कोर्ट ने न्यायपालिका के खिलाफ दो ट्वीट के लिये दोषी ठहराए जानेके बाद उन्हें 15 सितंबर तक अदालत की रजिस्ट्री मे सांकेतिक एक रुपया जुर्माना जमा करने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा, न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमुर्ति कृष्ण मुरारी की पीठ ने प्रशांत भूषण को सजा सुनाते हुए कहा कि जुमार्ना राशि जमा नहीं करने पर उन्हें तीन महीने की साधारण कैद भुगतनी होगी और तीन साल तक उनके वकालत करने पर प्रतिबंध रहेगा। प्रशांत भूषण ने कहा कि वह एक रुपये की धनराशि जमा करेंगे साथ ही उन्होंनेयह भी कहा कि वह अपने ट्वीट पर पुनर्विचार याचिका भी दायर करेंगे।