आरोप – बिलासपुर गोली कांड के अपराधी को छुपाने की छूट, सरकार का मिल रहा संरक्षण
Himachal BJP (आज समाज )शिमला : पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर जमकर निशाने साधे। उन्होंने कानून व्यवस्था से लेकर मुख्यमंत्री के बयानों पर उन्हें घेरा। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष को भी कठघरे में खड़ा किया। जयराम ठाकुर ने मंगलवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस हारी है और 68 में से 61 सीटों पर हारी है। मुख्यमंत्री ने सरकार की पूरी ताकत केवल कुर्सी बचाने के लिए लगा रखी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कुछ नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक दिन पहले कहते हैं कि मेरे परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा और दो दिन बाद उनकी पत्नी को टिकट मिल जाती है। उन्होंने कहा कि वे भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं। और उन्हें पता है कि मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बिना यह चयन संभव नहीं है और खासकर कांग्रेस पार्टी में तो बिल्कुल भी नहीं।
17 महीने में 300 से ज्यादा बलात्कार और 150 से अधिक हत्या के मामले सामने आए
जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान सुक्खू सरकार में प्रदेश में कानून व्यवस्था के हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं। पिछले 17 महीने में 300 से ज्यादा बलात्कार और 150 से अधिक हत्या के मामले सामने आए हैं। हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई है। अब तो उत्तर प्रदेश और बिहार जैसी सुनी सुनाई घटनाएं हिमाचल प्रदेश में होने लग गई हैं। उन्होंने कहा कि ज्यीडिशियल कॉम्प्लेक्स में किराए के गुंडे एक व्यक्ति पर गोलियां चलाते हैं। उन्होंने कहा कि गोलियां चलाने वाले को लाने वाले और कोई नहीं, बल्कि बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक के बेटे हैं जो कि अभी तक पकड़े नहीं गए हैं। उन्होंने कहा कि इनको सरकार का पूर्ण संरक्षण मिला है और इसका प्रमाण इससे दिखता है कि उस पूर्व विधायक की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुए हैं और उनके बेटे को छुपाने की छूट मिल रखी है।
नशा तस्करों को संरक्षण प्राप्त
जयराम ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर में बच्चा-बच्चा बोल रहा है कि चिट्टे का धंधा इनके संरक्षण में चल रहा है। इस चिट्टे के दौर में इसको रोकने के लिए प्राथमिकता बिल्कुल नहीं दी जा रही है। वह इसलिए क्योंकि इसी सरकार के लोग इस धंधे को चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इसकी पूरी जानकारी है। फिर भी कुछ नहीं कर रहे हैं, भाजपा ने तय किया है कि कानून व्यवस्था के गंभीर मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाएंगे। उधर, पत्रकारों के सवाल के उत्तर में जयराम ठाकुर ने कहा कि 9 भाजपा विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द करने का विधानसभा अध्यक्ष के पास कोई भी अधिकार नहीं है। जब केवल इन सदस्यों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए थे। वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष ने सभी नियमों और व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ा दी है। विधानसभा अध्यक्ष केवल मुख्यमंत्री की कठपुतली बनकर रह गया है, न जाने मुख्यमंत्री ने उनको किस पदों का प्रलोभन दिया है।