नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट अब अयोध्या मामले की सुनवाई को अंतिम दौर पर पहुंचा रहा है। पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने 17 अक्टूबर सुनवाई की अंतिम तारीख दे रखी है। अब राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई सोमवार को अंतिम चरण में प्रवेश करेगी। आज मुस्लिम पक्षकारों के लिए अंतिम दिन है कि वह अपने पक्ष और दलीलों को रखें। इसके बाद हिंदु पक्षकारों को अपना प्रतिउत्तर रखने का मौका दिया जाएगा। जैसे-जैसे सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है वैसे-वैसे सुरक्षा का भी ध्यान रखा जा रहा है। अयोध्या जिले में 10 दिसंबर तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। न्यायालय की संविधान पीठ 38 वें दिन इस मामले की सुनवाई करेगी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने इस जटिल मुद्दे का सौहार्दपूर्ण हल निकालने के लिए मध्यस्थता प्रक्रिया के नाकाम होने के बाद मामले में छह अगस्त से प्रतिदिन की कार्यवाही शुरू की थी। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 2014 के फैसले के खिलाफ शीर्ष न्यायालय 14 अपीलों पर सुनवाई कर रहा है। पीठ के सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायामूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस ए नजीर भी शामिल हैं। न्यायालय ने अंतिम चरण की दलीलों के लिए कार्यक्रम निर्धारित करते हुए कहा था कि मुस्लिम पक्ष 14 अक्तूबर तक अपनी दलीलें पूरी करेंगे और इसके बाद हिंदू पक्षकारों को अपना प्रत्युत्तर पूरा करने के लिए 16 अक्टूबर तक दो दिन का समय दिया जाएगा।