नई दिल्ली। भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर की तारीफ करते हुए गुरुवार को कहा कि गंभीर खेल के प्रति पूरी तरह से जुनूनी थे और वह कभी भी क्रिकेट के मैदान पर किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटे। दरअअसल, 31 मई को ट्वीट करते हुए लक्ष्मण ने बताया था कि आने वाले कुछ दिनों तक कुछ पूर्व क्रिकेटरों को ट्रिब्यूट देंगे। लक्ष्मण ने ट्वीट किया था, मैं अपने करियर के दौरान बहुत भाग्यशाली रहा हूं, जिन्होंने अपने शानदार खेल से लगातार मुझे प्रेरित किया है। सीखने के लिए कई सबक हैं, जैसे मैंने इनसे सीखे। जिस तरह से उन्होंने खुद के करियर को संभाला, वह काबिले-तारीफ है। अगले कुछ दिनों तक मैं टीम के उन साथियों को ट्रिब्यूट दे रहा हूं, जिन्होंने मुझे बेहद प्रभावित किया।
इसी कड़ी में लक्ष्मण ने इस पर गंभीर के लिए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, बड़े जिज्ञासु और खेल के प्रति पूरी तरह से जुनूनी गौतम गंभीर, क्रिकेट के मैदान पर कभी भी किसी चुनौती से पीछे नहीं हटा, चाहे वह दुनिया का कोई भी मैदान हो और कैसा भी पिच क्यों ना हो। इस खिलाड़ी हमेशा निडरता से सभी चुनौतियों का डट कर सामना किया। वह जानते थे कि उन्हें कैसे इससे निपटना है।
लक्ष्मण के इस ट्वीट पर गौतम गंभीर ने भी अपना जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, शुक्रिया स्पेशल, आपके साथ बिताया हर लम्हा कुछ सीखने वाला रहा। हमारा पूरा ड्रेसिंग रूप रोल मॉडल्स से भरा हुआ था, लेकिन कोई भी आप से बड़ा नहीं था। दूसरी वजह, आप क्यों एक शानदार फेयरवेल डिजर्व करते थे। वैसे मैं आज भी यह जानने के लिए उत्सुक हूं कि जब मैं जीवन के लिए लड़ रहा था तब भी आप हमेशा सिली प्वॉइंट पर क्यों होते थे।
वर्ष 2003 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले गंभीर ने भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी- 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 4154, 5238 और 932 रन बनाए हैं। गंभीर ने 2007 में टी-20 विश्व कप और साल 2011 में 50 ओवरों के विश्व कप जिताने में टीम के लिए सबसे अहम भूमिका अदा की है। 2007 विश्व कप में उन्होंने सात मैचों में 227 रन बनाए थे।
पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी 20 विश्व कप फाइनल में उन्होंने 75 रन की संघर्षपूर्ण पारी खेलकर टीम को सम्मान जनक स्कोर तक पहुंचाया था, जिसके बदौलत भारत को इस रोमांचक फाइनल में जीत मिली थी। वहीं, 2011 विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के जल्दी आउट होने के बाद उन्होंने अपने दमपर पारी को संभाला था और 97 रन की पारी खेली थी। गंभीर के इस दमदार पारी के बूते ही भारत फाइनल में 275 रन के लक्ष्य को हासिल कर सका था।
गंभीर ने इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार 2012 और 2014 में चैंपियन बनाया था। दिसंबर 2018 में उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास ले लिया था। इस समय वह पूवीर् दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद हैं।