जानिए, लाखामंडल मंदिर बारे में, जहां मरा हुआ इंसान हो जाता है जिंदा Lakhamandal Temple

लाखामंडल मंदिर यमुना नदी की तट पर बर्नीगाड़ नामक जगह से कुछ दूरी पर स्थित है।दिल को लुभाने वाली यह जगह गुफाओं और भगवान शिव के मंदिर के प्राचीन अवशेषों से घिरा हुआ है।

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Lakhamandal Temple

आज समाज डिजिटल, अम्बाला।
Lakhamandal Temple : देहरादून से 128 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लाखामंडल नामक स्थान पर है। देश- दुनिया में बहुत सारे मंदिर देखे होगें जो अपने चमत्कारिक और रहस्यमयी के लिए पुरी दुनिया में प्रसिद्ध रहते होते हैं। ऐसा ही एक चमत्कारिक और रहस्यमयी मंदिर है, जहां मृत भी जिंदा हो जाता है। यहां किसी व्यक्ति के शव को लेकर जाया जाए तो उसकी आत्मा उस शव में पुन: प्रवेश कर जाती है और वह इंसान जीवित हो उठता है। इस बात का रहस्य क्या है यह आज तक कोई नहीं जान पाया। इस मंदिर के पीछे दो द्वारपाल स्थित हैं, जिनमें से एक का हाथ कटा हुआ है। अब ऐसा क्यों हैं यह बात एक रहस्य ही बना हुआ है

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ऐतिहासिक काल के हजारों शिवलिंग मिले हैं  

Lakhamandal Temple : देहरादून से 128 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लाखामंडल नामक स्थान पर है। यह मंदिर यमुना नदी की तट पर बर्नीगाड़ नामक जगह से कुछ दूरी पर स्थित है।दिल को लुभाने वाली यह जगह गुफाओं और भगवान शिव के मंदिर के प्राचीन अवशेषों से घिरा हुआ है। यहां पर खुदाई करते वक्त विभिन्न आकार के और विभिन्न ऐतिहासिक काल के हजारों शिवलिंग मिले हैं।

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Lakhamandal Temple

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कुछ समय के लिए पुन: जीवित हो उठता है  

Lakhamandal Temple

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Lakhamandal Temple : ऐसी मान्यता है कि मंदिर में अगर किसी शव को इन द्वारपालों के सामने रखकर मंदिर के पुजारी उस पर पवित्र जल छिड़कें तो वह मृत व्यक्ति कुछ समय के लिए पुन: जीवित हो उठता है। जीवित होने के बाद वह भगवान का नाम लेता है और उसे गंगाजल प्रदान किया जाता है। गंगाजल ग्रहण करते ही उसकी आत्मा फिर से शरीर त्यागकर चली जाती है। इस बात का रहस्य क्या है यह आज तक कोई नहीं जान पाया। इस मंदिर के पीछे दो द्वारपाल स्थित हैं, जिनमें से एक का हाथ कटा हुआ है। अब ऐसा क्यों हैं यह बात एक रहस्य ही बना हुआ है।

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