(Ladwa News)लाडवा।शहर के मंदिरों तथा घरों में गृहणियों ने आज तुलसी माता व शालिग्राम का विवाह करवाया और देवउठनी एकादशी पर्व पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी की पूजा आराधना कर पुण्य लाभ कमाया। प्राचीन हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित जगदंबा प्रसाद जोशी ने कहा कि जहां भारत में अनेकों पर्व और त्योहार आते हैं। वहीं उनमें से एक देवउठनी एकादशी और तुलसी शालिग्राम का विवाह भी लोग बहुत ही हर्षोल्लास पूर्वक मनाते हैं। जो हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि इस दिन चातुर्मास की समाप्ति होती है और भगवान विष्णु इस दिन लंबी नींद से जागते हैं। इसी दिन से सभी मांगलिक कार्य भी शुरू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसी दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी की विधिवत पूजा अर्चना करने वाले व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होकर जीवन में खुशियों की बहार आती है। वहीं दूसरी ओर शास्त्रों के अनुसार वृंदा की मर्यादा और पवित्रता को बनाए रखने के लिए देवताओं ने तुलसी माता का भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम से विवाह करवाया जाता है।
आज लाडवा में भी कई मंदिरों, पवित्र स्थलों तथा बहुत सी गृहणियों ने भी अपने-अपने घरों में तुलसी माता व भगवान शालिग्राम का विवाह बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। लोगों ने विष्णु भगवान व तुलसी माता की कथा कर तुलसी माता के गमले के आसपास दीए जलाकर व माता तुलसी को लाल रंग की चुन्नी चढ़ा कर व सोलह श्रृंगार का सामान चढ़ा कर अपने परिवारों की मंगल कामना की।
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