Laddu Gopal’s makeup: सनातन धर्म में हरियाली तीज व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। यह व्रत प्रकृति को समर्पित माना जाता है। साथ ही इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है। हरियाली तीज सौभाग्य प्राप्ति का पर्व भी माना जाता है। यह त्योहार सावन के महीने में मनाया जाता है और प्रकृति की हरियाली और समृद्धि का प्रतीक है। यह त्योहार सुहागिन महिलाओं के सुखी वैवाहिक जीवन के लिए समर्पित है। वे इस दिन व्रत रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। अब ऐसे में हरियाली तीज के दिन लड्डू गोपाल का श्रृंगार किस तरह करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
लड्डू गोपाल का श्रृंगार कैसे करें?
लड्डू गोपाल का श्रृंगार करना एक पवित्र अनुष्ठान है जो भक्ति और प्रेम को दर्शाता है। हरियाली तीज के लड्डू गोपाल का श्रृंगार विधिवत रूप से करें। आप लड्डू गोपाल को श्रृंगार हरियाली तीज के दिन हरे वस्त्र पहना सकते हैं।
श्रृंगार के लिए आवश्यक सामग्री क्या है?
पंचामृत – दूध, दही, शहद, घी और केसर का मिश्रण
चंदन – यह शीतलता प्रदान करता है और श्रृंगार को सुगंधित बनाता है
कुंकुम – माथे पर टीका लगाने के लिए
फूल- तुलसी, मोगरा या अन्य सुगंधित फूल
वस्त्र -लड्डू गोपाल के लिए विशेष रूप से बनाए गए वस्त्र
आभूषण – मोती, चांदी या सोने के आभूषण
शृंगार का सामान – आंखों के लिए काजल, होंठों के लिए चंदन आदि
श्रृंगार करने की विधि क्या है?
लड्डू गोपाल का श्रृंगार करने से पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
उसके बाद लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान कराएं।
स्नान के बाद चंदन का लेप पूरे शरीर पर लगाएं।
चंदन सूखने के बाद लड्डू गोपाल को आभूषण पहनाएं।
अब लड्डू गोपाल को साफ और सुंदर वस्त्र पहनाएं।
आंखों में काजल लगाएं और होंठों पर चंदन लगाएं।
लड्डू गोपाल के गले में फूलों की माला डालें।
माथे पर कुंकुम का टीका लगाएं।
लड्डू गोपाल के श्रृंगार करने के नियम क्या हैं?
श्रृंगार के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी सामग्री जैसे फूल, चंदन, कुंकुम आदि पूरी तरह से शुद्ध होने चाहिए। श्रृंगार करते समय मन में प्रेम और भक्ति भाव होना चाहिए। श्रृंगार से पहले लड्डू गोपाल की प्रतिमा को साफ पानी से धो लें। श्रृंगार से पहले लड्डू गोपाल को पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और केसर का मिश्रण) से स्नान कराएं। स्नान के बाद चंदन का लेप लगाएं। चंदन शीतलता प्रदान करता है और श्रृंगार को सुगंधित बनाता है। लड्डू गोपाल को साफ और सुंदर वस्त्र पहनाएं। लड्डू गोपाल का श्रृंगार नियमित रूप से करना चाहिए।