Patrolling In LAC, (आज समाज), नई दिल्ली: भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पेट्रोलिंग को लेकर बनी सहमति के बाद दोनों देशों के बीच रिश्तों को लेकर जमीं बर्फ लगातार पिघलती नजर आ रही है। गौरतलब है कि भारत-चीन के बीच 21 अक्टूबर को सीमा समझौते का ऐलान हुआ था और इसके तहत दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में अग्रिम इलाके से हटकर पहले वाले प्वाइंट पर आ गई हैं।
एक सैन्य अधिकारी ने बुधवार को बताया था कि देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों में चीन-भारत के बीच तनाव कम करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और इससे इन संवेदनशील क्षेत्रों में पेट्रोलिंग का मार्ग प्रशस्त साफ हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी तनाव कम करने की प्रक्रिया पूरी करने की पुष्टि की थी।
डेमचोक सेक्टर में शुरू की पेट्रोलिंग
भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में दोबारा गश्त भी शुरू कर दी है। सेना के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। इसके अलावा दिवाली पर 31 अक्टूबर को दोनों देशों के जवानों ने मिठाइओं का आदान-प्रदान किया। इसके बाद आज सुबह भारत-चीन की सेनाओं ने सीमा समझौते का पालन कर डेमचोक सेक्टर में गश्त शुरू की। इससे साफ है कि भारत-चीन के बीच 2020 से पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर बना गतिरोध लगातार कम हो रहा है।
डेपसांग में भी जल्द गश्त बहाल होने की उम्मीद
बता दें कि जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में भारतीय और चीन सेना के बीच झड़प हुई थी और इसके बाद से पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध बना हुआ था। दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बैठकों के बाद समझौता हुआ है।सैन्य सूत्रों ने बताया है कि डेपसांग सेक्टर में भी बहुत जल्द गश्त बहाल होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि लद्दाख के अलावा एलएसी के और भी कई बिंदुओं पर भारत-चीन की सेना ने आपस में मिठाइयां बांटीं, जिससे दोनों पक्षों के बीच सौहार्दपूर्ण रिश्तो का मैसेज गया है।
रूस में मिले थे मोदी-जिनपिंग
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को घोषणा की थी कि बीते कई सप्ताह से चल रही बातचीत के बाद भारत-चीन एक समझौते पर पहुंचे हैं और इसके तहत 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग रूस के कजान में ब्रिक्स सम्मेलन से इतर मिले थे। दोनों नेताओं ने इस समझौते पर द्विपक्षीय चर्चा की थी। पीएम मोदी ने गश्त को लेकर बनी सहमति का स्वागत किया था।
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