यूपी में अ पराध अपने चरम पर है। हर रोजे यूपी मेंअपराध के नए मामले सामने आ रहे हैं। कानपुर के बर्रा से 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपरण कर फिरौती भी ली और बाद में हत्या कर दी। संजीत केदोस्त ने साथियों के साथ मिलकर किया था। उसकी 26 जून को हत्या कर दी गई और लाश को पांडु नदी में फेंक दिया था। यहां तक कि संजीत के लिए बदमाशों ने बड़ी रकम फिरौती के लिए ले ली थी आश्चर्य यह है कि पुलिस की उप स्थिति में फिरौती की रकम दी गई और फिर भी बदमाशों ने संजीत यादव को मौत के घाट उतार दिया। बता दें कि गुरुवार को पुलिस ने संजीत केदोस्त कुलदीप, रामबाबू समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक कुलदीप संजीत के साथ सैंपल कलेक्शन का काम करता था और उसने ही अपने कमरे पर शराब पिलाने के लिए संजीत को बुलाया और वहां उसे बंध क बना लिया। उसके दोस्त ने संजीत को चार दिन तक बेहोशी के इंजेक्शन देकर उसे किडनैप करके रखा। बाद में कुलदीप अपने दोस्त रामबाबू और तीन अन्य के साथ मिलकर संजीत की हत्या कर दी। इसके बाद कुलदीप शव को अपनी कार में रखकर पांडु नदी में फेंक आया। तीन दिन बाद 29 जून की शाम को संजीत के पिता चमन सिंह यादव को फोन कर फिरौती मांगी गई। परिजनों ने पुलिस के कहने पर मकान, जेवर बादि बेचकर जैसे तैसे 30 लाख रुपयों की व्यवस्था की और 13 जुलाई को अपहतार्ओं के सौंप दिए लेकिन पुलिस अपहतार्ओं को नहीं पकड़ पाई और वे 30 लाख लेकर भाग गए। कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार ने कहा है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके द्वारा 26-27 जून को पीड़ित की हत्या कर दी गई थी और शव को पांडु नदी में बहा दिया गया था। शव को बरामद करने के लिए टीमें बनाई गई हैं।