(Kurukshetra News) कुरुक्षेत्र। उपायुक्त नेहा सिंह ने बताया कि जिला कुरुक्षेत्र में रबी सीजन में लगभग तीन लाख एकड़ में गेहूं की बिजाई की जाती है। जिसके लिए लगभग 19500 एमटी डीएपी खाद की आवश्यकता होती है। सितम्बर 2024 से अब तक किसानों को लगभग 15 हजार एमटी डीएपी खाद की आपूर्ति किसानों को पैक्स व प्राइवेट खुदरा खाद विक्रेताओं के माध्यम से की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि किसानों से अपील करते हुए कहा कि अपनी जरूरत के अनुसार ही खाद की खरीद करे तथा अनावश्यक स्टॉक न करे। जिला में डीएपी खाद की आपूर्ति लगातार सुचारू रूप से की जा रही है। इसके साथ ही कृषि विभाग द्वारा किसानों को डी.ए.पी. खाद के साथ-साथ एन.पी.के. खाद प्रयोग करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है, क्योंकि एन.पी.के. खाद के उपयोग से किसानों को बचत होती है एवं फसल के लिए आवश्यक सभी उर्वरक भी मिलते है। अभी तक कुरुक्षेत्र जिले में लगभग 70 प्रतिशत रकबा में रबी फसलों की बिजाई हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त खाद विक्रेताओं को कड़े निर्देश देते हुए हिदायत दी गई है कि खाद के साथ किसी भी प्रकार की टैगिंग न करे। यदि कोई खाद विक्रेता टैगिंग अथवा काला बाजारी करता हुआ पाया गया तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी। खाद एवं बीज की गुणवत्ता जांच हेतु विभागीय टीमें लगातार बिक्री केन्द्रों का दौरा कर रही है और सैम्पलिंग करके गुणवत्ता जांच हेतु राजकीय प्रयोगशालाओं में भेजे जा रहे है। अनियमितता बरतने पर चार खाद विक्रेताओं के लाइसेंस भी निलंबित किए गए है। किसानों को आश्वस्त किया जाता है कि जिला कुरुक्षेत्र में खाद की कोई की कोई कमी नहीं है और सप्लाई लगातार सामान्य है।
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