(Kurukshetra News) कुरूक्षेत्र। संत रामपाल महाराज के 74वें अवतरण दिवस पर नेशनल हाईवे पिपली कुरूक्षेत्र पर स्थित सतलोक आश्रम में आयोजित तीन दिवसीय समागम संत गरीब दास जी महाराज के वाणी के पाठ के भोग के साथ संपन्न हो गया। इस समागम में तीनों दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु देशभर के अलग अलग राज्यों से आश्रम परिसर में पहुंचे। समागम में समापन अवसर पर राज्य मंत्री सुभाष सुधा लाडवा के विधायक मेवा सिंह, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम चडूनी व सैनी सभा के प्रधान गुरनाम सैनी ने भी शिरकत की। सभी ने आश्रम में उमड़ी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ और व्यवस्था को देखकर मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
पिपली स्थित आश्रम में आयोजित तीन दिवसीय पूरे देश में 10 अन्य जगहों पर भी आयोजित किया गया
संत रामपाल जी द्वारा नशामुक्ति, दहेज जैसी सामाजिक बुराइयों के खात्मे हेतु चलाए जा रहे अभियान की भी जमकर प्रशंसा की। इस समागम के बारे में आश्रम सेवादार पुरुषोत्तम दास, ट्रस्ट सेवादार रोशन दास व आश्रम के मीडिया प्रभारी संजीव दास ने बताया कि इस तीन दिवसीय समागम में हरियाणा के 6 जिलों कुरूक्षेत्र, करनाल, अंबाला, कैथल, यमुनानगर, पंचकुला के अलावा झारखंड और उत्तराखंड राज्यों से लाखों श्रद्धालुओ का आवागमन आश्रम परिसर में लगातार जारी रहा। उन्होंने बताया कि सभी श्रद्धालुओं के रहने, खाने की व्यवस्था आश्रम में की गई। श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड इत्यादि स्थानों पर छोड़ने व लेकर आने की व्यवस्था भी आश्रम द्वारा की गई। उन्होंने बताया कि पिपली स्थित आश्रम में आयोजित तीन दिवसीय पूरे देश में 10 अन्य जगहों पर भी आयोजित किया गया है। इसके अलावा नेपाल व अन्य कई देशों में भी संत रामपाल जी महाराज जी के 74वें अवतरण दिवस के उपलक्ष में समागम का आयोजन किया गया। इस तीन दिवसीय समागम में संत गरीबदास जी महाराज जी की अमर वाणी का पाठ, सत्संग व विशाल भंडारे का आयोजन लगातार जारी रहा ।
समागम के दूसरे दिन आश्रम परिसर में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 450 यूनिस अधिक रक्तदान हुआ। इसी प्रकार 9 दहेज रहित शादियों का भी आयोजन किया गया। समागम के तीनों दिन आश्रम परिसर में पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं से अपील की गई कि वे सब नशों से दूर रहें, दहेज रुपी बुराई से भी दूर रहें। सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने हेतु संत रामपाल जी द्वारा बताए मार्ग का अनुसरण करें। उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय समागम के दौरान एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस प्रदर्शनी के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को सदमार्ग पर चलने, सामाजिक बुराइयों को दूर करने को लेकर जागरूक किया गया। समागम में असंख्य भक्तों में नामदान भी लिया और तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के दिखाए मार्ग पर चलने का प्रण भी लिया।