(Kurukshetra News) कुरूक्षेत्र। भारतीय रेडक्रास सोसायटी हरियाणा राज्य शाखा की चेयरपर्सन डॉ सुषमा गुप्ता ने कहा कि युवाओं को सभी प्रकार की समाज सेवा से जोड़ने एवं रचनात्मक कार्यों का आवश्यक प्रशिक्षण लेकर सदैव जनहित एवं समाज के लिए समर्पित होकर कार्य करना चाहिए। प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने वाले भी भगवान का रूप होते है, क्योंकि डॉक्टर एंबुलेंस के आने से पहले वह घटनास्थल पर पहुंचकर मरीजों एवं घायल व्यक्तियों की सहायता कर उन्हें बचाने का काम करते है।
रेडक्रास सोसायटी द्वारा आयोजित किया जा रहा है 3 दिवसीय प्राथमिक चिकित्सा मूल्यांकन शिविर
चेयरपर्सन डॉ सुषमा गुप्ता शुक्रवार को कुरुक्षेत्र स्थित पंजाबी धर्मशाला परिसर में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी हरियाणा राज्य शाखा द्वारा प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ताओं के लिए आयोजित 3 दिवसीय मूल्यांकन शिविर के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा रेडक्रॉस भारतवर्ष में प्राथमिक सहायता एवं हम प्रशिक्षण में सदैव अग्रणी रहा है। हरियाणा प्रदेश के प्राथमिक सहायता एवं होम नर्सिंग के प्रवक्ता अपने विषय में निपुण होते है, क्योंकि राज्य मुख्यालय की टीम पूरी तत्परता एवं निष्ठा से प्रवक्ता तैयार करते है। हरियाणा प्रदेश भारतवर्ष में ऐसा पहला राज्य है जहां सबसे अधिक प्रवक्ता है। युवाओं को रेड क्रॉस की गतिविधियों के साथ जुडक़र रेडक्रॉस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए।
प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ताओं हेतु आयोजित इस मूल्यांकन शिविर में दिल्ली मास्टर ट्रेनर अनूप अवस्थी, हिमाचल से प्रमिला महाजन व फरीदाबाद से रिया शर्मा द्वारा हरियाणा प्रदेश के 22 जिलों से आए सभी प्रवक्ताओं का हड्डी टूट एवं रक्त स्त्राव, सीपीआर तथा होम नर्सिंग पर मूल्यांकन किया। जिला रेड क्रॉस सोसाइटी कुरुक्षेत्र के सचिव डॉ. सुनील कुमार ने इस शिविर के आयोजन में अपना भरपूर सहयोग प्रदान किया। शिविर के निदेशक एवं राज्य प्रशिक्षण अधिकारी संजीव धीमान द्वारा मुख्य अतिथि के समक्ष तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा को प्रस्तुत किया गया। राज्य शाखा द्वारा आयोजित इस मूल्यांकन शिविर में हरियाणा प्रदेश के 18 जिलों के 54 प्रवक्ताओं के साथ-साथ मास्टर ट्रेनर भी भाग ले रहे हैं। जिला रेड क्रॉस समिति कुरुक्षेत्र की जिला प्रशिक्षण अधिकारी अंजू कश्यप द्वारा मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथियों का धन्यवाद प्रकट किया गया। इस अवसर पर सहायक शिविर निदेशक अनिल, सहायक चंद्रमोहन भी विशेष रूप से मौजूद थे।