कुरुक्षेत्र। प्रदेश के 15 विश्वविद्यालयों में 2 से 15 वर्षों से कार्यरत 1500 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों पर स्थायी भर्ती के कारण छंटनी की तलवार लटक रही है। सब रोजगार खोने के कारण भयभीत हैं। हरियाणा यूनिवर्सिटीज कॉन्ट्रैक्टचुअल टीचर्स एसोसिएशन, (हुकटा) के प्रदेश अध्यक्ष विजय मलिक ने बताया कि हम पहले से विश्वविद्यालयों में कार्यरत अस्थायी/अनुबंधित/पार्ट टाइम/विजिटिंग फैकल्टी आदि पदनामों पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसरों का रोजगार की सुरक्षा के लिए पिछले 2 वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं, इसी क्रम में हम मुख्यमंत्री से बार बार मिलकर हमें नियमित करने और नियमित करने तक सेवा सुरक्षा की गारंटी देने की अपील कर रहे हैं फिर उसके बाद बचने वाले पदों पर नियमित भर्ती करे ताकि सबका रोजगार बना रहे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों में नियमित असिस्टेंट प्रोफेसरों,एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर की स्थायी भर्ती की जा रही है।उनके अनुसार इस भर्ती के लिए इस समय अनुबंध आधार पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसरों के पदों को भी रिक्तियों की संख्या में शामिल कर लिया गया है। यह पूरी तरह से अनुचित है, जिन अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों ने अनुबंध आधार पर कार्य करते हुए अपनी जिंदगी के 15 साल इस आशा पर निकाल दिए हो कि उनको सरकार द्वारा पक्का किया जाएगा, ऐसे असिस्टेंट प्रोफेसरों को पक्का करने के स्थान पर बाहर का रास्ता दिखा देना घोर दुर्भाग्यपूर्ण होगा। इस अवसर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से सोनिया सैनी, कीर्ति सैनी, प्रज्ञा, सौम्या गोयल, वर्षा, एकता, प्रिया, शिवानी, अभिषेक, कृष्णा पांडे, नवीन बेदी, पंकज, रविन्द्र चौधरी, अतुल शर्मा, जशनदीप साथी मौजूद रहे।