kurukshetra News अब स्कूलों में उपलब्ध होगी सौर ऊर्जा से बिजली : शिक्षा मंत्री

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Electricity from solar energy will be available in schools

कुरुक्षेत्र। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ मध्य विद्यालय के केशव सभागार में प्रदेश की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा गुरुवार को विद्यालय प्रबंधन समितियां के प्रतिनिधियों से रूबरू हुई। शिक्षा मंत्री ने जहां प्रतिनिधियों से खुलकर बात की वही एसएमसी के प्रधानों ने भी बिना संकोच अपना पक्ष रखा। शिक्षा मंत्री ने आयोजन को सफल बनाया बताया और एमसी प्रतिनिधियों से स्कूलों की बेहतरी के लिए एकजुट होकर काम करने की अपील की। जिला शिक्षा अधिकारी रोहतास वर्मा ने शिक्षा मंत्री हुए अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए जिला की स्थिति पर रिपोर्ट रखी तो समग्र शिक्षा की जिला परियोजना समन्वयक संतोष शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया और विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का ब्यौरा रखा। नगर परिषद की निवर्तमान अध्यक्ष उमा सुधा ने शिक्षा मंत्री का सम्मान किया तथा जिला के स्कूलों के वेतन के लिए उनके प्रयास को सराहा। जिला परिषद अध्यक्षा कंवलजीत कौर, सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमिच, भाजपा जिला अध्यक्ष रवि बतान व वरिष्ठ नेत्री शकुंतला शर्मा, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक संजीव सीकरी ने भी शिक्षा मंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर नगराधीश डॉ रमन गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव के विशेष कार्याधिकारी हिमांशु चौहान, खंड शिक्षा अधिकारी इंदु शर्मा, संतोष चौहान, हरदीप कौर, वीरेंद्र गर्ग अधिकारी सत्यभूषण,मुख्यालय से आए कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार, प्रिंसिपल सचिन्द्र कोड़ा, एपीसी प्रदीप कुमार, क्रांति चावला, राजेश कुमार, डॉ कृष्णा कुमारी, एफएलइन कोऑर्डिनेटर आशुतोष शर्मा सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन सतबीर कौशिक व नित्यानंद शास्त्री ने किया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों के बिजली की निर्बाध आपूर्ति लिए विभाग द्वारा सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दिया जाएगा। चरणबद्ध योजना से सभी विद्यालयों में सोलर पावर प्लांट लगेंगे। सरकार के द्वारा नए भवनों पर सोलर प्लांट लगाई जा रहे हैं तथा पुराने भवनों की मजबूती का आंकलन कर उन पर भी प्लांट लगाए जाने प्रस्तावित है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 14500 से अधिक विद्यालय हैं जिन्हें क्रमबद्ध तरीके से सौर ऊर्जा युक्त बनाया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन आपसी सहयोग को बढ़ावा देने और स्कूलों को बदलाव की इकाइयों के रूप में विकसित करने के लिए किया जा रहा है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एसएमसी सदस्यों और जिला व राज्य अधिकारियों के बीच सीधा संपर्क स्थापित करना तथा एसएमसी के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने को बढ़ावा देना है। इस पहल का उद्देश्य सामूहिक शिक्षा, नवीन प्रथाओं को साझा करने और एनईपी-2020 के सफल कार्यान्वयन के लिए विविध हितधारकों को एक साथ लाना है। साथ मिलकर, हम अपने स्कूलों के लिए एक उज्जवल भविष्य बना सकते हैं।
समारोह में शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने परीक्षा परिणाम व योजनाओं को लागू करने के लिए विद्यालय प्रबंधन समितियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें विभाग की योजनाओं पर आधारित 12 स्टाल लगे। शिक्षा मंत्री ने इनका अवलोकन किया और सेल्फी पॉइन्ट पर फ़ोटो भी खिंचवाई।