उन्होंने बताया कि 10 से 15 ट्राली भूस की जल गई, दो गुवाहरे, व 10 कटे फीड, 10 कटे चोकर 5 कटे बिनौला खल, 10 चने के छीलका, एक कूलट, पंखा व पशुओं की दवाईयों जलकर राख हो गई है। उन्होंने बताया कि आग कूलर में शॉट सर्किट होने के कारण लगी है । उन्होंने बताया कि आग पहले कुलर में लगी है उसके बाद पशुओं पर लगी मच्छरदानी में आग लग गई और वह आग कुछ दूर बने गुहवारों में लग गई और उसके पास पड़े भूस में आग लग गई। उन्होंने बताया कि वही आग के लगभग 20 से 22 दूध देने वाले पशु बधे हुए थे जिनमें से एक दो पशु को आग की लपटों से नुक्सान हुआ है। उन्होंने बताया आग लगने से पूरी पशु डेरी में धूए का गुबांर बन गया और बड़ी मश्कत के साथ पशुओं को डेरी से बाहर निकाला। डेरी संचलाक सुरेंद्र सिंह ने सरकार व प्रशासन से मुआवजे की मांग की ताकि आग से हुए नुक्सान की भरपाई की जा सके।