Kurukshetra News : गांव टाटकी में पेयजल आपूर्ति न होने के कारण ग्रामीण बेहद परेशान, ग्रमीणों में भारी रोष

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जनस्वास्थ्य विभाग का ट्यूबवेल खराब होने के कारण ग्रामीण पिछले एक साल से पीने के पानी के लिए तरसे
बाबैन, 9 जुलाई (राजेश कुमार): गांव टाटकी में पिछले एक साल से ग्रामीण पानी की किल्लत के चलते बेहद परेशान है काबिले गौर है कि जनस्वास्थ्य विभाग का ट्यूबवेल पिछले एक साल से खराब पडा है और जो अब दूसरा टयूबवैल पानी उपल्ब्ध करवाने के लिए लगाया जा रहा है उसका कार्य भी कछुआ चाल चलने के कारण ग्रामीणों में जन स्वास्थ्य विभाग के प्रति रोष व्यक्त किया। गांववासी महिला सुदेश रानी, संतोष, रेशमी, सीमा रानी, हरजीत, उषा, अंगुरी देवी, शकुंतला, किरणा व ग्रामीण गुलाब सिंह, बलकार सिंह, सुरत सिंह, बीर सिंह, पूर्व सरपंच कुलदीप सिंह, फकीर चंद, प्रदीप कुमार, राजेंद्र, सतपाल, नेकी राम, चंद्रभान, सिंगराम, केसर सिंह, बलबीर, महिंद्र सिंह, रतना व अन्य ग्रामीणों का कहना है कि जनस्वास्थ्य विभाग का सरकारी ट्यूबवेल खराब होने के कारण ग्रामीण पिछले एक साल से पीने के पानी के लिए तरस रहे है और ऐसे में गांव में पेयजल आपूर्ति न होने के कारण ग्रामीण बेहद परेशान हैं। उन्होंने कहा कि पानी की आपूर्ति न होने के कारण घरेलू कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हो रहे है जिसके कारण पिने के पानी नहाने व कपडे धोने  के लिए पानी उपल्बध न होने के साथ साथ पशुओं को भी पानी पिलाने की दिक्कत झेलनी पड रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने ओपरेटर व अन्य विभिागिय अधिकारियों को ग्रामीणों से इस बारे में गुहार लगा चुके है लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है, वहीं ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए गांव के आसपास खेतों मेे लगे टयूबवैलों से पानी लेकर आना पड रहा है।
ग्रामीण का कहना है कि उनके गांव में जनस्वास्थ्य विभाग का ट्यूबवेल ठप्प होने के कारण ग्रामीणों को पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है और गर्मी के समय में तो समस्या और बढ़ गई है इसलिए प्रशाशन को जल्द समाधान करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द पीने के पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
क्या कहते है एस.डी.ओ.?
जब इस बारे में एस.डी.ओ. सूनील कुमार से बात कि गई तो उनका कहना था कि उन्हें अभी दो दिन प्रले ही यहां का चार्ज लिया है और उन्होंने ठेकेदार को बोर में कम्प्रैसर मरवाने के लिए कहा है और बजरी को डालने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि उनके बाद ठयूबवैल में मोटर डलवाकर उसे जल्द ही चालु किया जाएगा ताकि ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात मिल सके।

क्या कहते है जे ई?
जब इस बारे में जे ई रामेश्वर से बात कि गई तो उनका कहना था कि जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीयों को गांव की समस्या के बारे में अवगत कराया गया है और जल्द ही टयूबवैल को चालु करवाने का प्रयास किया जा रहा है।

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