
- लखमड़ी में आयोजित दंगल में पहलवान ने अमित पहलवान को पटखनी देकर मोटरसाइकिल इनाम में जीती
(Kurkushetra News)बाबैन। मीर बाबा पीर की मजार लखमड़ी में आयोजित दो दिवसीय वार्षिक मेला विशाल दंगल जेलदार गुरदीप सिंग की याद में धूमधाम से संपन्न हो गया। मेले के दूसरे दिन संगरूर पंजाब के एसपी नवरीत सिंह विर्क द्वारा अपने पैतृक गांव लखमड़ी में गांव के पूर्वजों की याद में विशाल कुश्ती-दंगल का आयोजन करवाया गया था।
उन्होंने दंगल का शुभारंभ नामी पहलवानों का हाथ मिला कर करवाया व समारोह की अध्यक्षता कर्नल फतेह सिंह विर्क ने की। इस अवसर पर इस अवसर पर शमशेर जीत सिंह विर्क, गुरदीप सिंह विर्क मंगोली, गगनदीप सिंह विर्क, सरपंच सतपाल सिंह, जसविंदर सिंह ढिल्लो, जितेंद्र सिंह विर्क, सुरेंद्र सिंह, शिवकुमार सैनी, बलिहार सिंह विर्क, डॉ. अमित गैरी विर्क, नवजीत सिंह, ताज विर्क, बलराज सिंह, डॉ. शाहबाज सिंह, जोधवीर सिंह विर्क, सुरजीत सिंह व शिवकुमार सैनी के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। दंगल में श्रेष्ठ जौहर दिखाने के लिए के पहलवान को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दर्शकों व पहलवानों को संबोधित करते हुए एसपी नवरीत ङ्क्षसह विर्क ने कहा कि मेले में दंगलों के आयोजन की परंपरा पुराने समय से जारी है जो हमारे पूर्वजों की याद को ताजा करती है।
उन्होंने कहा कि ये दंगल प्राचीन समय के राजा-महाराजाओं के जमाने से भारत देश में प्रचलित रहे है जिनमें लोगों का खूब मनोरंजन होता है जिसका लोग खुब आनंद उठाते है। भारत के कारण ही आज कुश्ती को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है जिसके कारण कुश्ती खेल आज ओलम्पिक खेलों का हिस्सा बनी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर ऐसे खेल आयोजनों से लोगों में भाईचारा पनपता है और युवा वर्ग को खेलों में भाग लेने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि जो युवा खेलों में भाग लेते है वे नशे से भी दूर रहते है। विश्व में खेलों का महत्व बढ़ जाने के कारण आज खेल युवाओं के लिए रोजगार और आर्थिक विकास का बड़ा साधन बन गए है। उन्होंने कहा कि आज वे एसपी जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे है वह भी उनके लिए खेलों की ही देन है। इस अवसर पर कुश्ती में दूर दराज से आए पहलवान के अलावा दर्जनों युवा पहलवानों ने अपने दमखम दिखाए।