Prayagraj Mahakumbh 2025, अजय त्रिवेदी, (आज समाज), लखनऊ: अगले साल जनवरी में शुरु हो रहे प्रयागराज के महाकुंभ के सफल संचालन के लिए योगी सरकार अत्याधुनिक तकनीक से लैस कमांड सेंटर बनाएगी। प्रदेश सरकार की ओर से बनाया जा रहा इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल (आईसीसी) सेंटर महाकुम्भ में भीड़ प्रबंधन, पार्किंग व्यवस्था, आपदा प्रबंधन और रेलवे स्टेशन निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
आईसीसी सेंटर का निर्माण 2019 में प्रयागराज में हुए कुम्भ में किया गया था इस बार के महाकुम्भ में इसका उच्चीकरण किया जा रहा है। हाल में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने प्रयागराज दौरे में इसका निरीक्षण कर अपग्रेडेशन के काम को जल्दी पूरा करने के निर्देश दिये थे। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि आईसीसीसी का निर्माण कुम्भ 2019 के सफल आयोजन के लिए किया गया था। इसका उद्धाटन स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
प्रयागराज मेला प्राधिकरण और प्रयागराज स्मार्ट सिटी आईसीसी सेंटर के माध्यम से एआई, चैटबॉट, लाईव सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरों जैसी अत्याधुनिक तकनीकी की मदद से मेले का सफल संचालन करता है। महाकुम्भ 2025 का आयोजन पिछले सभी कुंभ, महाकुंभ मेलों के आयोजन से भव्य और विशाल होने के कारण आईसीसी सेंटर को अपग्रेड किया जा रहा है।
इस बार प्रयागराज स्मार्ट सिटी और मेला प्राधिकरण देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों की मदद से आईसीसी सेंटर के अपग्रेडेशन का कार्य करा रहा है। महाकुम्भ 2025 के मद्देनजर लगभग 1650 नये सीसीटीवी कैमरे, 24 एपीएनआर कैमरे, 40 वीएमसीडी, 100 स्मार्ट पार्किंग, क्राउड मैनेजमेंट और व्हीकल काउंट के लिए 268 और 240 एआई कंपोनेट लगाये जा रहे हैं।
इसके साथ ही शिकायत निवारण के लिए कॉल सेंटर में 20 सीटें बढ़ाई जा रही हैं। महाकुम्भ 2025 में आईसीसी सेंटर मेला, एमसीआर सेंटर, अरैल और झूंसी व्यूविंग सेंटर से पूरे मेले क्षेत्र का निरीक्षण किया जाएगा। साथ ही एआई कंट्रोल्ड सीसीटीवी कैमरों की मदद से 9 रेलवे स्टेशनों पर क्राउड मैनेजमेंट और निगरानी का कार्य किया जाएगा। 1 दिसम्बर से 1920 हेल्पलाइन का कार्य शुरू हो जाएगा।
इस बार के महाकुंभ में प्रदेश सरकार हाई-टेक खोया-पाया केंद्र भी खोलेगी। इन केंद्रों में खोए हुए व्यक्तियों का डिजिटल पंजीकरण होगा, जिससे उनके परिवार या मित्र आसानी से उन्हें खोज सकेंगे। साथ ही सभी लापता व्यक्तियों के लिए केंद्रों पर उद्घोषणा की जायेगी। इसमें हर खोए हुए व्यक्ति का पंजीकरण तुरंत किया जाएगा और उसकी जानकारी को अन्य केंद्रों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक और एक्स (पहले ट्वीटर) पर भी प्रसारित किया जाएगा। यह व्यवस्था महाकुंभ मेले को न केवल सुरक्षित बनाएगी, बल्कि परिवारों को जल्दी और आसानी से अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम करेगी।
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