- 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की है उम्मीद
- 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा महाकुंभ मेला
Prayagraj Mahakumbh 2025, (आज समाज), लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बहुप्रतीक्षित महाकुंभ मेले के नजदीक आते ही आध्यात्मिक उत्साह का माहौल है। भगवा वस्त्र और भस्म से लदे महानिर्वाणी अखाड़े के साधुओं ने डमरू (एक छोटा दो मुंह वाला ढोल) बजाते व महादेव का नाम लेते हुए महाकुंभ शिविर में प्रवेश किया।
पहले ही शिविरों में पहुंचे चुके हैं कई प्रमुख अखाड़ों के साधु
निरंजनी अखाड़ा, आह्वान अखाड़ा और संन्यासी परंपरा का सबसे बड़ा अखाड़ा जूना अखाड़ा सहित कई प्रमुख अखाड़ों के साधु पहले ही शिविर स्थल पर पहुंच चुके हैं। अटल अखाड़े के आचार्य विश्वानंद सरस्वती ने कहा, सभी को कुंभ मेले में आकर यहां एकत्रित लोगों की एकता को देखना चाहिए और अपने देशों में भी इसी तरह की एकता को बढ़ावा देने का प्रयास करना चाहिए।
मेले के लिए बेहतरीन व्यवस्थाएं : जगद्गुरु नरेंद्राचार्यजी महाराज
2019 के महाकुंभ मेले में भाग लेने वाले आध्यात्मिक गुरु जगद्गुरु नरेंद्राचार्यजी महाराज ने कहा कि इस साल के मेले के लिए बेहतरीन व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा, हम अपने आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से बहुत खुश हैं, जिन्होंने बेहतरीन व्यवस्थाएं की हैं। नरेंद्राचार्यजी महाराज ने बताया कि वह 2019 में कुंभ में थे और तब और अब की व्यवस्थाओं में बहुत अंतर है। मेरा आशीर्वाद अब मुख्यमंत्री के साथ है।
महाकुंभ के लिए सभी तैयारियां पूरी : डिप्टी सीएम मौर्य
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि महाकुंभ के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने कहा, प्रयागराज ‘अतिथि देवो भव’ की जिम्मेदारी निभाने के लिए पूरी तरह तैयार है। यहां सभी क्षेत्रों में हमने तैयारियां की हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी प्रयागराज आ चुके हैं औ सीएम योगी भी आते रहते हैं। ऐसे में सभी की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। डिप्टी सीएम ने कहा, मैं सभी से अपील करता हूं कि प्रयागराज के दिव्य, भव्य कुंभ को देखने के लिए जरूर आएं।
सुरक्षा बढ़ाने के लिए अंडरवाटर ड्रोन तैनात
महाकुंभ मेले में सुरक्षा बढ़ाने के लिए, उत्तर प्रदेश पुलिस ने अंडरवाटर ड्रोन तैनात किए हैं और 2,700 अक-सक्षम कैमरे लगाए हैं। इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। हर 12 साल में एक बार आयोजित होने वाला महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी को प्रयागराज में समाप्त होगा। मुख्य स्नान अनुष्ठान, जिसे शाही स्नान (शाही स्नान) के रूप में जाना जाता है, 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) और 3 फरवरी (बसंत पंचमी) को होगा।
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