- हरियाणा में आज तक नहीं बनी दलित महिला मुख्यमंत्री
Aaj Samaj (आज समाज), Kumari Selja, करनाल,18 जनवरी (प्रवीण वालिया) :
भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रदेश में दलित और पिछड़ा कार्ड कार्ड खेलने के बाद अब कांग्रेस भी हरियाणा मे दलित चेहरा लाने पर विचार कर रही है। आने वाले चुनावों में कांग्रेंस का मुख्यमंत्री का चेहरा दलित महिला हो सकती है। जिस तरह से कांग्रेस आला कमान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा को प्रोजेक्ट कर रही है।
उसके रहते आने वाले दिनों में कुमारी सैलजा मुख्यमंत्री का चेहरा हो सकती है। विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले किसी का भी नाम मुख्यमंत्री के लिए तय नहीं किया जाएगा। लेकिन कांग्रेस आला कमान अपरोक्ष रूप से कुमारी सैलजा को प्रोजेक्ट करती रहेगी।
हरियाण में कांग्रेस की नेता कुमारी सैलजा के सामने 2005 में मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव था। उस समय उन्होंने इनकार करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सीएम बनाने में मदद की। यदि कांग्रेस सैलजा को मुख्यमंत्री के रूप में तथा पिछडे वर्ग से उप मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करती है तो कांग्रेस को सभी का समर्थन मिल पाएगा। हरियाणा में इस समय जाट नोन जाट का मुद्दा है। भाजपा ने नोन जाट के मुद्दे पर चुनाव जीता है। लेकिन दलित और पिछड़े वर्ग के चेहरे पर यदि कांग्रेस मैदान में आती है तो निश्चित ही चुनावों में कांग्रेस के समर्थन में दलित पिछडे लामबंद हो सकते हैं।
दलित महिला के रूप में कुमारी सैलजा फिट बैठती है। उन्हें दलित के साथ पिछड़े और नान जाट का समर्थन है। उनके साथ किरण चौधरी और रणदीप सुर्जेवाला हैं। इसके अलावा यदि दलित महिला को सीएम के रूप में प्रोजेक्ट किया जाता है तो पूरे देश में एक संदेश जाएगा। हरियाणा में कुमारी सैलजा जिस तरह से राहुल गांधी का संदेश लेकर सैलजा जन संदेश यात्रा के तौर पर मैदान में हैं। उनको भले ही प्रभारी दीपक बाबरिया ने रोकने का प्रयास किया हो लेकिन कांग्रेस की प्रमुख राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खाडग़े का समर्थन मिला है। उससे उनको मजबूती मिल रही।
हरियाणा के लोग भी परिवर्तन चाहते हैं। जाट मुख्यमंत्री केक साथ पंजाबी, पिछडा बर्ग वैश्य और ब्राह्मण यादव वर्ग से मुख्यमंत्री देख चुके हैं। लेकिन अभी तक महिला और दलित मुख्यमंत्री नहीं बना है। वहीं पर देश में दलित वर्ग से पीएम नहीं बना है। कुमारी सैलजा के पास केंद्र और राज्य की राजनीति का लंबा अनुभव है। इसके अलावा प्रशासनिक और संगठन का भी लंबा अनुभव है। हरियाणा में वह मनोहर लाल का विकल्प जनता के सामने बन सकती हैं। हरियाणा में यदि दलित और पिछडे लाम बंद हो जाएं तो कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचने से कोई नहीं रोक पाएगा।
यह भी पढ़ें : Bharatiya Kisan Union : भाकियू ने कतलाहेड़ी में किसान के रिहायशी मकान को नीलाम किए जाने के फरमान का किया विरोध
यह भी पढ़ें : Dera Karseva Gurdwara : आज नई पीढ़ी को सिख परंपरा से अवगत कराना जरूरी : एडीजीपी एएस.चावला