नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में लगातार प्रदर्शन चल रहे हैं। इसे लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है। सोमवार को इसमें एक और कड़ी जुड़ गई। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निकटतम सहयोगी रहे कुमार विश्वास ने भी उन पर व्यंग कसा। कुमार विश्वास ने कहा कि अपने ‘अमानती-गुंडे को भेजकर बिठाओ तुम और उठाएं दूसरे?’ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्ढा और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित आज अमित शाह ने भी निशाना साधा और कहा कि ‘आप’ शाहीनबाग पर ओछी राजनीति कर रही है। जबकि आप संयोजक केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह गंदी राजनीति कर रही है। जबकि आज केजरीवाल के करीबी रहे कुमार विश्वास ने कहा कि अपने अमानती-गुंडे को भेजकर बिठाओ तुम और उठाएं दूसरे? तुम्हारा निवीर्य नायब शाहीन बाग के साथ खड़ा हूं, तुम कह रहे हो हटाओ। अपनी हर गैर-मुनासिब सी जहालत के लिए, बारहा तू जो ये बातों के सिफर तानता है, छल-फरेबों में ढके सच के मसीहा मेरे, हमसे बेहतर तो तुझे, तू भी नहीं जानता है। इसी के साथ भाजपा के अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाने वालों पर आरोपपत्र दाखिल करने की अनुमति दिल्ली सरकार द्वारा नहीं देने पर आरोप लगाया और सवाल खड़े किए। नड्डा ने कहा, कन्हैया कुमार, उमर खालिद और कुछ अन्य राष्ट्रविरोधी ताकतों ने देशविरोधी ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारे लगए। ये लोग देश की अखंडता को नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहे हैं। इनके खिलाफ कानूनी संस्थाओं ने इस मामले की जांच की और पिछले साल जनवरी में आरोपपत्र दाखिल करने के लिए तैयार थी। लेकिन केजरीवाल सरकार ने जांच एजेंसियों को आरोपपत्र दाखिल करने की अनुमति एक साल बीत जाने के बाद भी नहीं दी। केजरीवाल को दिल्ली की जनता को यह बताना चाहिए कि जो लोग देश को तोड़ना चाहते हैं उनका समर्थन क्यों कर रहे हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि देशविरोधी ताकतों पर कार्रवाई उनके वोट बैंक पर असर डालेगा?