किसी खिलाड़ी को भी राज्यसभा भेज सकती है भाजपा
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में खाली हुई राज्यसभा सीट को लेकर भाजपा नेता ऐडी चोटी का जोर लगा रहे है। कई नेता तो दिल्ली दरबार में भी हाजिरी लगा चुके है। यह को समय ही बताएगा की राज्यसभा की सीट पर नेता को मिलेगी। पर सबसे अपने-अपने स्तर पर केंद्रीय आकाओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। हालाकिं राज्यसभा चुनाव को लेकर को अभी आयोग की तरफ से कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया। फिर भी भाजपा नेताओं ने तैयारी शुरू कर दी है। राज्यसभा की यह सीट कृष्णलाल पंवार के पानीपत के इसराना से विधायक चुने के बाद खाली हुई है। कृष्ण लाल पंवार अब नायब सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री है। वहीं राज्यसभा की इस सीट को लेकर भाजपा के अंदर ही अंदर खींचतान चल रही है।
भाजपा का एक धड़ा इस सीट से एससी चेहरे को ही राज्यसभा भेजना चाहती है। इसके अलावा राज्यसभा के लिए पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, पूर्व सांसद रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया, सत्य प्रकाश जरावता दौड़ में शामिल हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों के नाम भी विचार चल रहा है। अब आने वाले समय में पता चलेगा कि भाजपा किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। हरियाणा में खाली हो रही राज्यसभा सीट के लिए अब कुलदीप बिश्नोई ने लॉबिंग शुरू कर दी है। गत 11 अक्टूबर को दिल्ली में कुलदीप बिश्नोई ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। उनके साथ पूरा परिवार भी मौजूद था। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी से हरियाणा भवन में मुलाकात की थी।
किस-किस की दावेदारी मजबूत
कुलदीप बिश्नोई पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे हैं। 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। प्रदेश में और राजस्थान में बिश्नोई वोटरों पर पकड़ हैं। भाजपा ने चुनाव में चुनाव कैंपेन समिति का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटे के पास भाजयुमो में पद है। ऐसे में इनके चेहरे पर पार्टी में विचार चल रहा है। सत्य प्रकाश जरावता भाजपा के पुराने नेताओं में से हैं। दिल्ली में बड़े नेताओं के करीबी हैं। भाजपा इनको राज्यसभा भेजकर दलित वोटों को मैसेज दे सकती है। सुनीता दुग्गल सुनीता दुग्गल सिरसा से सांसद रही हैं।
सुनीता दुग्गल रतिया से हाल ही में विधानसभा चुनाव हार गईं। सिरसा-फतेहाबाद की 8 विधानसभा में कोई विधायक नहीं है। ऐसे में भाजपा क्षेत्र के प्रतिनिधित्व के लिए सुनीता दुग्गल को राज्यसभा भेजने पर विचार कर सकती है। पूर्व सांसद स्वर्गीय रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया इस बार अंबाला से लोकसभा चुनाव हार गई। अंबाला एससी रिजर्व सीट है। यहां एससी वोटरों को साधने के लिए बंतो कटारिया को राज्यसभा भेजा जा सकता है।
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