Kremlin Confirms: दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक में शामिल नहीं होंगे पुतिन

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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन।

Aaj Samaj (आज समाज), Kremlin Confirms, नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली में अगले महीने होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पुतिन भारत में सितंबर में होने वाले जी20 सम्मेलन के लिए यात्रा की योजना नहीं बना रहे हैं। अभी उनका मुख्य जोर एक विशेष सैन्य अभियान पर है।

  • युद्ध अपराध, नरसंहार और यूक्रेन में बच्चों के जबरन स्थानांतरण का दोषी ठहराया

राष्ट्रीय राजधानी में सितंबर में होगा सम्मेलन

बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी 2022 से भीषण युद्ध जारी है। जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर भारत ने सभी जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओं को निमंत्रण भेजा था। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पा रही थी कि पुतिन शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे या नहीं। पुतिन इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी नहीं पहुंचे।

15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को वर्चुअली संबोधित किया

15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को उन्होंने वर्चुअली संबोधित किया। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) ने पुतिन को युद्ध अपराध, नरसंहार और यूक्रेन में बच्चों के जबरन स्थानांतरण का दोषी ठहराया है। माना जा रहा है कि इसीलिए पुतिन गिरफ्तारी से बचने के लिए ब्रिक्स के सम्मेलन में भौतिक रूप से नहीं पहुंचे। जी-20 समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। ये सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 फीसदी, वैश्विक व्यापार का 75 फीसदी से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं।

सुरक्षा के मद्देनजर लुटियंस दिल्ली में बंद रहेंगी बसें

दिल्ली में सितंबर माह में होने वाले जी-20 समिट के आयोजन को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर राजधानी की ट्रैफिक पुलिस ने चार दिन के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि सितंबर में सात से लेकर 10 तारीख की मध्यरात्रि तक लुटियंस दिल्ली में बसें नहीं चलेंगी। ऐसे में अगर लोगों को कहीं जाना है तो उन्हें मेट्रो लेने की सलाह दी गई है। बता दें जी-20 समिट में शामिल होने के लिए सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली पहुंचेंगे। इसी वजह से दिल्ली की सुरक्षा को लेकर चाकचौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं।

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